सांसद अनुप धोत्रे (सौ. सोशल मीडिया )
Akola News In Hindi: देश के कुल प्याज उत्पादन में महाराष्ट्र का योगदान 43 प्रश है, लेकिन विदर्भ के अधिकांश किसान आज भी पारंपरिक तरीकों से प्याज का भंडारण करते हैं। इस वजह से उन्हें गुणवत्तापूर्ण भंडारण सुविधाओं की कमी, बारिश और नमी के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
इस समस्या के समाधान के लिए, अकोला के सांसद अनूप धोत्रे ने मुंबई दौरे पर भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC), ट्रॉम्बे के वैज्ञानिकों से मुलाकात की। उन्होंने रिसर्च सेंटर और राज्य विपणन बोर्ड, वाशी के संयुक्त विकिरण सुविधा केंद्र का दौरा किया, जहां उन्होंने प्याज के भंडारण में परमाणु प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में जानकारी ली।
इस प्रौद्योगिकी में नियंत्रित मात्रा में आयनीकृत विकिरण (ionizing radiation) का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया से प्याज न तो गर्म होता है और न ही रेडियोधर्मी बनता है। इसके बजाय, यह प्राकृतिक सड़न प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे प्याज की शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है और भंडारण के दौरान होने वाला नुकसान काफी कम हो जाता है।
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इस प्रौद्योगिकी का मुख्य उद्देश्य किसानों को प्याज के भंडारण के लिए एक आधुनिक और सुरक्षित विकल्प प्रदान करना है, जिससे वे अपनी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें। इस अवसर पर सांसद अनूप धोत्रे ने कहा कि, परमाणु प्रौद्योगिकी पर आधारित प्याज बैंक की यह अवधारणा किसानों के लिए एक ‘गेम चेंजर’ साबित होगी। इससे उत्पाद की बर्बादी कम होगी और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। इस बैठक के दौरान उनके साथ दि नीलकंठ सूतगिरणी, अकोला के अध्यख डा।रणजीत सपकाल, अकोला इंडस्ट्री एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष उन्मेष मालू और उनके निजी सहायक ऋषिकेश देवर भी उपस्थित थे।