अजित पवार, सुनेत्रा पवार और शरद पवार (डिजाइन फोटो)
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में अजित पवार के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद से बारामती की दावेदारी को लेकर वरिष्ठ नेता शरद पवार और उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बीच होड़ देखने को मिल रही है। लोकसभा चुनाव में बारामती की जनता ने सुप्रिया सुले को जीता कर शरद पवार का साथ दिया था तो वहीं विधानसभा चुनाव में युगेंद्र पवार को हरा कर अजित का साथ दिया।
लेकिन लोकसभा चुनाव में पत्नी सुनेत्रा की हार का दर्द अजित भूल नहीं पाए हैं। ऐसा रविवार को देखने को मिला। जब बारामती दौरे पर आए अजित पवार ने वोटरों को बारामती के विकास के लिए किए गए अपने कामों की याद दिलाई।
बारामती पंचायत समिति दिव्यांगों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने याद दिलाया कि बजट में डीपीडीसी को 22,000 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसका एक प्रतिशत दिव्यांगों पर खर्च करने के लिए दिया गया है। दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं चाहिए, उन्हें समान अवसर चाहिए। हमने दिव्यांगों को पदोन्नति में चार प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है। कार्यक्रम में दिव्यांगों को निशुल्क साइकिलें भी वितरित की गईं।
इस कार्यक्रम में अपने चाचा व वरिष्ठ नेता शरद पवार पर अजित ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने खुद को क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ विधायक व नेता बताते हुए दावा किया है कि बारामती के विकास के लिए सर्वाधिक काम मैंने ही किया है। उन्होंने कहा कि 1991 से वह बारामती विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लेकिन 1952 से अब तक जितने भी विधायक यहां से विधायक बने हैं सभी के द्वारा किए गए कार्यों की तुलना मेरे काम से कर लें। मेरे जैसा विधायक दोबारा नहीं मिलेगा। मैं अभी और काम करूंगा।
इस दौरान अजित बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या मामले से भी बेहद आहत दिखे। इसी पृष्ठभूमि में वायरल हुए बारामती के दो युवकों द्वारा एक युवक की पिटाई के सीसीटीवी फुटेज पर उन्होंने तीखी टिप्पणी की। पुलिस अधिकारियों को फुटेज में नजर आ रहे आरोपी युवकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इन्हें अच्छा सबक सिखाएं।
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इस घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को ऐसी हरकतों से बाज आने की स्पष्ट चेतावनी देते हुए कह दिया कि मुझसे मदद की उम्मीद नहीं करना। अजीत ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि ऐसी हरकत करनेवाला यदि मेरा बेहद खास कार्यकर्ता या उसका बेटा भी होगा तो उसे नहीं छोड़ना।