
नगर-मनमाड राजमार्ग के लिए तनपुरे आक्रामक (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Ahilyanagar Protest: राहुरी शहर के नगर-मनमाड राष्ट्रीय राजमार्ग के जिजाऊ चौक परिसर में पड़े बड़े-बड़े गड्ढों और उनमें भरे पानी के कारण यात्रियों को जान हथेली पर रखकर सफर करना पड़ रहा है। प्रशासन की लापरवाही और गैरजिम्मेदारी के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश है। इसी पृष्ठभूमि में पूर्व राज्य मंत्री प्राजक्त तनपुरे के मार्गदर्शन में अहिल्यानगर-मनमाड राष्ट्रीय राजमार्ग पर आंदोलन किया गया।
राजमार्ग की बदहाल स्थिति के विरोध में तानपुरे ने बुधवार को जिजाऊ चौक पर उतरकर प्रशासन को जगाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने सड़कों के गड्ढों में भरे पानी में कागज़ की नावें छोड़कर ठेकेदारों और राजमार्ग अधिकारियों की लापरवाही पर तीखी आलोचना की। तनपुरे ने कहा, “राहुरी जैसे विकसित होते शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग का गड्ढों से भर जाना शर्मनाक है। यदि आने वाले एक सप्ताह में सड़क के गड्ढे नहीं भरे गए, तो हम ‘राहुरी बंद’ करेंगे। हमें जेल में डाल दो, कोई बात नहीं, लेकिन इस सड़क की समस्या सुलझे बिना हम चुप नहीं बैठेंगे।”
तनपुरे ने अधिकारियों से फोन पर बातचीत करते हुए पूछा, “क्या आप पर किसी का दबाव है? काम शुरू क्यों नहीं हो रहा? और कितने लोगों की जानें जाएंगी, तब आप जागेंगे?” ऐसा सवाल पूछते हुए उन्होंने प्रशासन के प्रति नाराज़गी जताई। कागज़ की नावें पानी में छोड़ते हुए तानपुरे और उपस्थित नागरिकों ने प्रशासन के खिलाफ तीखे शब्दों में विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा, “यह विकास नहीं, मज़ाक है,” कहते हुए प्रशासन की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना की।
इस आंदोलन में राहुरी शहर के नागरिकों, व्यापारियों और कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या मौजूद थी। माजी नगरसेवक सागर तनपुरे, राजेंद्र बोरकर, रविंद्र आहेर, बालासाहेब उंडे, नामदेव पवार, रविंद्र तानपुरे, मयूर बोरकर, अमर पवार, प्रदीप भुजाडी, रफिक शेख, ज्ञानेश्वर जगधने समेत अन्य नागरिक उपस्थित थे।
अहिल्यानगर-मनमाड राजमार्ग पर पिछले कुछ हफ्तों से लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं। गड्ढों में वाहन पलटना, दोपहिया सवारों का घायल होना, मालवाहक वाहनों के हादसे ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। इससे नागरिकों में भय का माहौल है। कई परिवार घायल और मृतकों के दुख से व्यथित हैं, लेकिन प्रशासन का रवैया अब भी उदासीन है। परिणामस्वरूप नागरिकों का गुस्सा चरम पर पहुँच गया है।
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राहुरी शहर में गड्ढों और कीचड़ से भरी सड़कों के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि प्रशासन ने तुरंत सड़क मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया, तो ‘राहुरी बंद’ आंदोलन के माध्यम से जनता का आक्रोश सड़कों पर उतरना तय है।
तनपुरे ने चेतावनी दी, “आने वाले एक सप्ताह में अहिल्यानगर-मनमाड राजमार्ग की मरम्मत की जाए, अन्यथा राहुरी के जिजाऊ चौक पर सड़क रोको आंदोलन किया जाएगा। अब जनता बोलने की नहीं, बल्कि सीधे सड़क पर उतरने की तैयारी में है।”






