नई दिल्ली : हर साल तुला संक्रांति अक्टूबर माह के मध्य में होती है। जब सूर्य का तुला राशि में प्रवेश होता है उसे तुला संक्रांति कहा जाता है। तुला संक्रांति का कर्नाटक में खास महत्व है। इसे ‘तुला संक्रमण’ कहा जाता है। इस दिन ‘तीर्थोद्भव’ या ‘तीर्थधव’ के नाम से कावेरी के तट पर मेला लगता है, जहां स्नान और दान-पुण्य किया जाता है। इस तुला माह में गणेश चतुर्थी की भी शुरुआत होती है साथ ही कार्तिक स्नान प्रारंभ हो जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
इस साल 17 अक्टूबर यानी आज ‘तुला संक्रांति’ है, इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष मंत्रों से पूजा करने से इंसान को हर तरह का सुख मिलता है। वो आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से हमेशा खुश रहता है तो वही मां लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करने से व्यक्ति को पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती हैं, उसके घर में हमेशा संपन्नता बनी रहती है। आइए जानते है ….
1. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
2. धनाय नमो नम:
3. ॐ लक्ष्मी नम:
4. ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी
5. वासुदेवाय नम:
6. लक्ष्मी नारायण नम:
7. पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्
8. पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम् ॐ धनाय नम:
9. ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:
10. ऊं ह्रीं त्रिं हुं फट