फेक वेडिंग्स का कल्चर (सौ. सोशल मीडिया)
हिंदू धर्म में शादी एक संस्कार के रूप में जाना जाता है तो हर किसी व्यक्ति के जीवन में एक निश्चित समय पर होती है। कहते हैं कि, शादी कोई उत्सव नहीं है बल्कि हर किसी के जीवन में रस्म और सच्ची भावना है। शादी दो लोगों के लिए नहीं परिवार के लिए भी मायने रखती है। आजकल के समय में शादी के नए-नए रूप देखने के लिए मिल रहे हैं तो वहीं पर कोई लोग शादी जैसे आयोजन को सादा रखना पसंद करते है और कुछ लोग शादी में जमकर पैसा बहा देते है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर फेक वेडिंग का ट्रेंड चल पड़ा है जो नकली शादी के कल्चर को दिखाता है। इसमें बिना दुल्हा-दुल्हन के शादी की पूरी रस्में निभाई जाती है और जमकर सेलिब्रेशन होता है। दरअसल जेन जी जनरेशन के बीच नकली शादी का ट्रेंड पॉपुलर हो रहा है। मेट्रो शहरों में इस प्रकार की शादी का आयोजन कर इंजॉय किया जाता है।
नकली शादी या फेक शादी की बात कर लें तो, यह बिल्कुल असली शादी की तरह होती है जिसमें शादी के निमंत्रण से लेकर शादी की पूरी रस्में हल्दी, मेहंदी सच्चे तरीके से निभाई जाती है। बस इस ट्रेंड में असली दूल्हा-दुल्हन नहीं होते और साथ ही गाना-बजाना और धूमधड़ाका भी पूरी तरह शामिल रहता है। शादी में अगर आप आ जाए तो आपको यहां पर ऐसा लगेगा ये तो बिल्कुल असली शादी है बल्कि यहां पर शादी असली नहीं होती है औऱ ना ही असली दुल्हा-दुल्हन का कोई रोल होता है। आपस में कोई भी नकली तौर पर दुल्हा-दुल्हन की भूमिका निभा लेते है। इस फेक वेडिंग में यह सब होता हैं जो आपको असली शादी की तरह लगेगा।
इनविटेशन कार्ड: बिल्कुल असली शादी की तरह छपवाए जाते हैं।
फेक दूल्हा-दुल्हन: प्रोफेशनल्स या दोस्तों को ही किरदार निभाने को कहा जाता है।
डेकोरेशन और मंडप: फूलों से सजा मंडप, थीम बेस्ड सजावट
म्यूजिक और बारात: DJ, बैंड और ढोल-नगाड़े के साथ एंट्री
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी: प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स पूरी पार्टी को कवर करते हैं।
फेक रस्में: हल्दी, मेहंदी, संगीत और यहां तक कि नकली फेरे भी
फेक रिश्तेदार: दोस्त और प्रोफेशनल एक्स्ट्रा एक्टर्स रिश्तेदारों का रोल प्ले करते हैं।
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आज के समय में युवा पीढ़ी के बीच शादी का कोई मतलब नहीं रह गया है कई लोग अब शादी जैसे बंधन में नहीं बंधना चाहते है वह शादी को कैद मानते है। शादी से दूरी बनाने का ट्रेंड काफी चल रहा है तो वहीं पर कई लोग शादी जैसे आयोजन में शामिल होने की चाह तो रखते है। नकली शादी का ट्रेंड इनमें से वह विकल्प है जिसमें बिना मुहूर्त और असली दुल्हा-दुल्हन के असली शादी का मजा ले लेते है। इसका नुकसान यह भी है कि, बस मजे या इंजॉयमेंट के लिए हम इतना पैसा बहा देते है जितना असली शादी में होता है। कई लोग के लिए यह ट्रेंड सेलिब्रेशन है तो कुछ लोग शायद ही इस सेलिब्रेशन नहीं कर पाएं।