13 हजार घरों में मिले मच्छर लार्वा (pic credit; social media)
Maharashtra News: बरसात के मौसम में पानी जमने और नमी बढ़ने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसी को देखते हुए पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (पीसीएमसी) ने मच्छर निर्मूलन अभियान तेज कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर जांच कर रही है और मच्छरों की उत्पत्ति रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।
अभियान के दौरान अब तक 81 लाख 32 हजार 89 घरों की जांच की गई है। इनमें से 13 हजार घरों में मच्छर के लार्वा पाए गए, जबकि 12 हजार 814 घरों में मच्छर वृद्धि की अनुकूल स्थिति मिली। साथ ही, 43 लाख 32 हजार 530 कंटेनरों की जांच में 13 हजार 864 कंटेनरों में लार्वा मिले।
स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 1,703 कबाड़ दुकानों और गोदामों की जांच की है, वहीं 1,999 निर्माण स्थलों पर पानी जमा पाया गया। कार्रवाई के तहत 3,953 लोगों को नोटिस जारी किए गए और 988 नागरिकों, दुकानदारों, ठेकेदारों व कंपनियों पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए 36 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया।
महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त विजयकुमार खोरटे ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर व आसपास पानी जमा न होने दें और स्वच्छता बनाए रखें। उन्होंने कहा, “बरसात में साफ-सफाई से ही बीमारियों से बचाव संभव है। डेंगू जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत महापालिका अस्पताल से संपर्क करें।”
मनपा उपायुक्त सचिन पवार ने बताया कि डेंगू-मलेरिया पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग दवा का छिड़काव, घरों और कंटेनरों की जांच, कबाड़ की दुकानों व निर्माण स्थलों की निगरानी कर रहा है। इसके अलावा जागरूकता बढ़ाने के लिए पर्चे वितरित किए गए हैं, स्कूलों में बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और क्षेत्रीय स्तर पर विशेष कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि हर नागरिक को सप्ताह में एक दिन “सूखा दिवस” के रूप में मनाना चाहिए और आसपास जमा पानी हटाना चाहिए। यही डेंगू-मलेरिया से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है।