
ममता बनर्जी
नवभारत डेस्क: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ ‘मृत्यु कुंभ’ में बदल गया है। उन्होंने कहा कि VIPs को खास सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन गरीबों को इससे वंचित रखा जा रहा है। वे सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं।
ममता ने ये बयान विधानसभा में बजट सत्र के दौरान दिया। इससे पहले लालू प्रसाद यादव भी कुंभ को फालतू कह चुके हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि इस महा आयोजन के लिए सही तरह से प्लानिंग नहीं की गई। ममता ने आगे कहा कि मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन कोई योजना नहीं है… कितने लोग बरामद हुए हैं? अमीरों, वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपये तक के कैंप (टेंट) पाने की व्यवस्था है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की स्थिति आम है लेकिन व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है। आपने क्या योजना बनाई है?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात भगदड़ से 18 लोगों की जान चली गई थी। इनमें बिहार के 9 लोग थे। लालू प्रसाद यादव ने कुंभ में जबरदस्त भीड़ उमड़ने को लेकर कहा था कि ‘कुंभ’ फालतू है।
उन्होंने कहा था कि यह बहुत दुखद घटना घटी है। मैं सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। रेलवे की गलती है। कुप्रबंध, लापरवाही की वजह से ये घटना घटी है। इतने लोगों की मृत्यु हुई है। मुझे काफी अफसोस है। रेल मंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि कुंभ का इस्तेमाल खुद को चमकाने के लिए किया गया है। कोई भी कार्यक्रम हो, धार्मिक हो, सांस्कृतिक हो या खेल हो, ये लोग हर चीज में राजनीति करते हैं। ये लोग हर कार्यक्रम का राजनीतिकरण करते हैं। यह धार्मिक कार्यक्रम है, यह सबका कार्यक्रम है, इसका भी राजनीतिकरण किया गया है।
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अखिलेश यादव ने भगदड़ में मरने वालों की संख्या को लेकर अखिलेश ने एक बार फिर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं जो गिनती नहीं बता पा रहे हैं। ये कहते हैं कि यह डिजिटल कुंभ था लेकिन कितने लोगों की जान गई, इसका आंकड़ा नहीं बता पा रहे हैं। ये कह रहे हैं कि इतने करोड़ आए लेकिन मरने वालों की संख्या नहीं बता पा रहे हैं।






