जयराम रमेश (सोर्स- सोशल मीडिया)
Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। इसमें सत्ताधारी दल के उम्मीदवार की जीत हुई है। हालांकि, विपक्ष इस हार में भी जीत देख रहा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस चुनाव में बढ़े हुए वोटों के आंकड़ों को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक की नैतिक जीत बताया है।
गौरतलब है कि एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन चुनाव जीतकर नए उपराष्ट्रपति बने हैं। उन्होंने भारत गठबंधन के बी सुदर्शन रेड्डी को हराया है। उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर की है।
इस पोस्ट में जयराम रमेश ने लिखा है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष एकजुट रहा, उसका प्रदर्शन निस्संदेह बहुत सम्मानजनक रहा। कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है कि ‘इंडिया’ गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 40 प्रतिशत वोट मिले।
अगर साल 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव की बात करें, तो उस साल विपक्ष को सिर्फ 26 प्रतिशत वोट मिले थे। जयराम रमेश ने लिखा है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की अंकगणितीय जीत नैतिक और राजनीतिक, दोनों ही दृष्टि से उसकी हार है। वैचारिक लड़ाई बदस्तूर जारी है।
विपक्ष उपराष्ट्रपति चुनाव में पूरी तरह एकजुट खड़ा रहा।
विपक्ष का प्रदर्शन निस्संदेह रूप से सम्मानजनक रहा।
संयुक्त उम्मीदवार, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी ने 40% वोट हासिल किए। वर्ष 2022 में विपक्ष को केवल 26% वोट मिले थे।
भाजपा की अंकगणितीय जीत वास्तव में नैतिक…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 9, 2025
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 767 सांसदों ने वोट किया। जिसमें से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट हासिल हुए। वहीं, विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मात्र 300 वोट हासिल हुए हैं। इसके साथ ही 15 वोट इनवैलिड करार दिए गए हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने क्रॉस वोटिंग का दावा किया है। चुनाव परिणाम भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। चुनाव के पहले भी एनडीए के कई नेताओं ने क्रॉस वोटिंग होने की बात कही थी। वहीं आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो 14 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है!
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आपको बता दें कि इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भाग लेते हैं और वे व्हिप से बाध्य नहीं होते हैं। बीजू जनता दल (BJD), भारत राष्ट्र समिति (BRS) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया है। ऐसी स्थिति में कुल मतों की संख्या लगभग 770 हो सकती है।