
वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम के उद्घाटन सत्र में संबोधित करते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: सेाशल मीडिया)
Devendra Fadnavis New Definition Of Swadeshi: वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम के उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आत्मनिर्भर भारत के लिए एक क्रांतिकारी विजन पेश किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश की प्रगति के लिए हमें घरेलू और विदेशी दोनों निवेशों को अपनाना होगा। इस दौरान उन्होंने भारत के वैश्विक प्रभाव और महाराष्ट्र में नए औद्योगिक निवेश पर जोर दिया।
स्वदेशी की व्यापक परिभाषा और आत्मनिर्भरता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘स्वदेशी’ का अर्थ केवल स्थानीय कंपनियों तक सीमित नहीं होना चाहिए। उनके अनुसार, भारत की भौगोलिक सीमा के भीतर जो कुछ भी निर्मित होता है, वह ‘स्वदेशी’ है, चाहे उसे बनाने वाली कंपनी भारतीय हो या विदेशी।
उन्होंने तर्क दिया कि 1.4 अरब की आबादी वाला देश दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकता और आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए पहले चरण में हमें इस परिभाषा को स्वीकार करना होगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि केवल गौरवशाली अतीत की चर्चा पर्याप्त नहीं है, बल्कि हमें भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाकर दुनिया का नेतृत्व करना होगा।
🔸CM Devendra Fadnavis at ‘Annual World Hindu Economic Forum Conference 2025’.
Founder of World Hindu Economic Forum Swami Vigyananand, Chairman and MD of JSW Group Sajjan Jindal, and other dignitaries were present. 🔸मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांची ‘ॲन्युअल वर्ल्ड हिंदू… pic.twitter.com/riPaGwq6zi — CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) December 19, 2025
भारत पर बढ़ता वैश्विक विश्वास और चीन की चुनौती फडणवीस ने रेखांकित किया कि आज दुनिया चीन के बजाय भारत पर अधिक भरोसा कर रही है। उनके अनुसार, जहां चीन अपनी ऋण नीतियों के कारण अविश्वास का पात्र बन गया है, वहीं भारत की ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की संस्कृति और पारदर्शी नीतियों ने दुनिया का दिल जीता है।
🕚 11.14am | 19-12-2025📍Mumbai. LIVE | Media Interaction#Maharashtra #Mumbai https://t.co/rzNLxKFOsh — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 19, 2025
सीएम फडणवीस कहा कि भारत अब समझौतों में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर ज़ोर देता है, जिससे देश नवाचार का केंद्र बन रहा है। मुख्यमंत्री ने भविष्यवाणी की कि भारत 2030 तक दुनिया के सबसे विकसित समुदाय के रूप में उभरेगा, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में आने वाली पांचवीं औद्योगिक क्रांति के माध्यम से।
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अफ्रीका के साथ व्यापार और नवी मुंबई में विशेष प्रोजेक्ट भविष्य की औद्योगिक संभावनाओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगली औद्योगिक क्रांति अफ्रीकी महाद्वीप में होगी। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए नवी मुंबई में एक 54-मंजिला इमारत बनाई जाएगी, जहां हर मंजिल एक अलग अफ्रीकी देश को समर्पित होगी। यह पहल भारत और अफ्रीका के बीच व्यापार और प्राकृतिक संसाधनों के आदान-प्रदान को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर में बड़ा औद्योगिक निवेश इस कार्यक्रम की एक बड़ी उपलब्धि बांगर सीमेंट कंपनी द्वारा महाराष्ट्र में दो हजार करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा रही। यह कंपनी चंद्रपुर जिले में अपना नया सीमेंट प्लांट स्थापित करेगी, जो राज्य में रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। यह घोषणा सीधे मुख्यमंत्री की उपस्थिति में की गई, जो राज्य की निवेश-अनुकूल नीतियों को दर्शाता है।






