रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फोटो - सोशल मीडिया
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 29 मई दिन गुरुवार को राषट्रीय राजधानी में आयोजित CII समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई का सशक्त लेकिन संयमित जवाब दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना के पास और भी बड़ी कार्रवाई की क्षमता थी, लेकिन सरकार ने रणनीतिक सोच और अनुशासन का परिचय देते हुए संयम बरता।
राजनाथ सिंह ने कहना था कि भारतीय सेना ने पहले आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया, फिर दुश्मन के सैन्य ठिकानों और एयरबेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि करने को हम और भी बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन हमने ताकत और संयम के समन्वय का उदाहरण दुनिया के सामने रखा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इस सैन्य कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक हमला किया गया। इस ऑपरेशन में100 से ज्यादा आतंकवादी ढेरहुए।
पाकिस्तान की ओर से इसके जवाब में सीमा पार से गोला-बारी और ड्रोन हमलों की कोशिशें हुईं, लेकिन भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 11 से ज्यादा एयरबेस को निशाना बना कर वहां की सैन्य क्षमताओं को बुरी तरह कमजोर कर दिया।
इस निर्णायक जवाब के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहाली की घोषणा हुई। राजनाथ सिंह ने इस घटनाक्रम को भारत की रणनीतिक बढ़त का प्रमाण बताया। रक्षा मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि अब भारत की पाकिस्तान के प्रति नीति पूरी तरह बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि अब जब भी पाकिस्तान से बात होगी, वह सिर्फ दो मुद्दों पर होगी पहला आतंकवाद और दूसरा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK)।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि PoK के लोग हमारे अपने हैं। वे हमारे परिवार का हिस्सा हैं। हम यह विश्वास रखते हैं कि जो भाई आज हमसे भूगोल और राजनीति के आधार पर अलग हैं, वे एक दिन सम्मान के साथ खुद ही भारत की मुख्यधारा में लौटेंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और PoK के लोगों के बीच भावनात्मक और सांस्कृतिक रिश्ता आज भी मजबूत है। गिनती के कुछ लोग ही भटके हुए हैं। भारत हमेशा दिलों को जोड़ने में विश्वास करता है। वह दिन दूर नहीं जब हमारा अपना PoK कहेगा, ‘मैं भारतीय हूं और मैं लौट आया।’
इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने मेक इन इंडिया की भूमिका की भी सराहना की और कहा कि इससे भारत की रक्षा तैयारियों को मजबूती मिली है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को भारत की दोहरी प्राथमिकता बताया।