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नई दिल्ली : देश की सीमावर्ती राज्यों में शनिवार शाम एक अलग ही नजारा देखने को मिला। ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर जैसे सीमावर्ती राज्यों में युद्ध जैसी परिस्थितियों की तैयारी को परखने के लिए मॉक ड्रिल की गई। मॉक ड्रिल में सेना, बीएसएफ, वायुसेना, एसडीआरएफ और सिविल प्रशासन ने समन्वय के साथ आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू ऑपरेशन का रिहर्सल किया।
राजस्तान के जैसलमेर में बीएसएफ डीआईजी योगेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि यह मॉक ड्रिल पूरे देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रही है। इसका उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना है कि अगर युद्ध या आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाए, तो किस तरह से बचाव और राहत कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि बीएसएफ, सेना, वायुसेना और सिविल प्रशासन के बीच तालमेल बेहद मजबूत है। ऑपरेशन खत्म नहीं हुआ, यह सिर्फ एक विराम है। हमारी एयर डिफेंस सिस्टम 24 घंटे और सातों दिन अलर्ट रहती है।
#WATCH | Jaisalmer, Rajasthan: BSF DIG Yogendra singh Rathore says “BSF is alert and is dominating the area…This is a clear message that the Operation is not over, there is a pause, there is a ceasefire, and if the need arises, we are all ready for it…As far as drones or… pic.twitter.com/foVVCbC8SK
— ANI (@ANI) May 31, 2025
झालावाड़ में कालीसिंध बांध पर ड्रोन हमले की नकली स्थिति बनाकर मॉक ड्रिल की गई, लेकिन इस दौरान एक मधुमक्खियों के झुंड ने अधिकारियों पर हमला कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई। डीएम और एसपी तक को भागना पड़ा, हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
जयपुर के खातीपुरा क्षेत्र में स्थित शहीद मेजर दिग्विजय सिंह सुमाल राजकीय विद्यालय में हवाई हमले की सीन क्रिएट की गई। बाजार में अचानक धमाके की आवाज के बाद राहत टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया।
सीकर में कल्याण मेडिकल कॉलेज को धमाकों का केंद्र बनाया गया। चार नकली विस्फोटों के जरिए आपात प्रतिक्रिया तंत्र की जांच की गई। एक बच्ची धमाके से डर गई जिसे महिला पुलिसकर्मियों ने तुरंत संभाला। ऊपरी मंजिलों पर फंसे लोगों को रस्सियों की मदद से बचाया गया।
#WATCH | Amritsar, Punjab | Commandant Jaskaran Singh says, “This is to review how all the civil defence departments coordinate with each other… Several districts are at higher risk as they share a border with Pakistan such as Amritsar, Pathankot, Tarn Taran, Gurdaspur,… https://t.co/VQ1RiW0KyG pic.twitter.com/HlKIPOwc8h
— ANI (@ANI) May 31, 2025
अमृतसर, पठानकोट, तरनतारन, गुरदासपुर, फिरोजपुर और फाजिल्का जैसे संवेदनशील जिलों में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। कमांडेंट जसकरण सिंह ने बताया कि इस ड्रिल का उद्देश्य यह परखना है कि अगर युद्ध जैसी स्थिति आती है तो सिविल डिफेंस और प्रशासन कैसे एक साथ मिलकर काम करते हैं। लोगों को भी ब्लैकआउट के दौरान सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग दी गई।
#WATCH | J&K: Mock drill being conducted at DC office in Srinagar, under ‘Operation Shield’. pic.twitter.com/l6zRpj5xWO
— ANI (@ANI) May 31, 2025
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एडीसी अनिल कुमार ठाकुर ने बताया कि हमने ऑपरेशन शील्ड के तहत सिविल डिफेंस ड्रिल की। हमारा लक्ष्य है कि किसी भी आपात परिस्थिति में हम तैयार रहें, चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो या दुश्मन का हमला। वहीं गुजरात के अहमदाबाद में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।