भाजपा नेता विनीत जोशी ने उमर अब्दुल्ला पर निशाना (फोटो- सोशल मीडिया)
चंडीगढ़: पंजाब भाजपा के मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोला है। सिंधु जल संधि की समाप्ति के बाद केंद्र सरकार द्वारा अतिरिक्त पानी को पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों की ओर मोड़ने के प्रस्ताव का उमर अब्दुल्ला द्वारा विरोध करने पर जोशी ने कहा कि यह न केवल संवेदनहीन बयान है, बल्कि पंजाब जैसे राज्य का अपमान भी है, जिसने दशकों से भारत की खाद्य सुरक्षा को बनाए रखा है।
पंजाब के लिए पानी केवल संसाधन नहीं, बल्कि अस्तित्व का सवाल है। विनीत जोशी ने कहा कि यह वही राज्य है जिसने हरित क्रांति के दौरान पूरे देश को भोजन उपलब्ध करवाने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि आज एफसीआई के गोदामों में जो गेहूं और चावल भरे पड़े हैं, वे पंजाब की मिट्टी, मेहनत और बलिदान का नतीजा हैं। ऐसे में पानी पर पंजाब के हक को लेकर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
पंजाब की जरूरत है पानी, कोई उपकार नहीं
विनीत जोशी ने दो टूक कहा कि पंजाब का जल अधिकार कोई कृपा नहीं बल्कि उसकी राष्ट्रीय भूमिका की एक स्वाभाविक मांग है। उन्होंने बताया कि चावल जैसी जल-गहन फसलें आज भी पंजाब के किसान उगा रहे हैं ताकि पूरे देश का पेट भरे, लेकिन इसके बदले उन्हें गिरते भूजल स्तर और जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उमर अब्दुल्ला का विरोध सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि संवेदनहीन भी है। जोशी ने यह भी कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि पड़ोसी राज्य पंजाब के साथ सहयोग करें, न कि उनके जायज हकों पर सवाल उठाएं। यदि पंजाब की पानी की मांग को नजरअंदाज किया गया, तो भाजपा प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से जन आंदोलन छेड़ेगी।
‘राष्ट्रीय एकता के विरुद्ध है उमर अब्दुल्ला की सोच’
भाजपा नेता ने उमर अब्दुल्ला के बयान को राष्ट्रीय एकता के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान जम्मू-कश्मीर और पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों के बीच दरार डालने वाला है, जो देश के लिए चिंताजनक है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सिंधु जल संधि की समाप्ति भारत के जल हितों की रक्षा के लिए की जा रही है और इसका विरोध करके उमर पाकिस्तान की लाइन को मजबूत कर रहे हैं।