मायावती और राहुल गांधी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी पर संग्राम जारी है। लगातार विपक्ष पार्टियां भाजपा को घेरे हुए हैं। कांग्रेस ने तो भाजपा के खिलाफ मोर्चा ही निकाल दिया है। ऐसे में अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस की अधीरता शुद्ध छलावा और स्वार्थी राजनीति है।
बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “संसद में अमित शाह द्वारा परम पूज्य बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अनादर करने पर पूरे देश में लोगों में काफी गुस्सा है, लेकिन बाबा साहब की हमेशा उपेक्षा करने और देशहित में उनके संघर्ष को चोट पहुंचाने वाली कांग्रेस की अधीरता शुद्ध छलावा और स्वार्थी राजनीति है।”
कांग्रेस के साथ-साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए मायावती ने लिखा कि बाबा साहब के नाम पर उनके अनुयायियों से वोट मांगने की स्वार्थी राजनीति करने के मामले में कांग्रेस और भाजपा सहित विभिन्न पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के स्वाभिमान के कारवां को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सभी दल बसपा को नुकसान पहुंचाने की साजिश में लगे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
बसपा प्रमुख ने कहा कि वास्तव में बाबा साहब समेत बहुजन समाज में जन्मे महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को बसपा सरकार में ही पूरा सम्मान मिला, जिसे “जातिवादी पार्टियां” पचा नहीं पाईं। समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा, “खासकर सपा ने द्वेषवश नए जिलों, नई संस्थाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं आदि के नाम बदले थे।”
कांग्रेस ने मंगलवार को संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में अंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी के लिए गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने की मांग की। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं में बीआर अंबेडकर के प्रति “बहुत नफरत” है। इसके बाद कांग्रेस ने शाह के खिलाफ आंदोलन भी चलाया।