कॉन्सेप्ट फोटो ग्रोक एआई
जैसलमेर: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में फिर से खूब तनाव देखा गया। जैसलमेर की रात उस समय दहशत में बदल गई जब एक के बाद एक छह धमाकों की तेज आवाजें सुनाई दीं। इसके साथ ही उधर बाड़मेर में सीमा पार से आए ड्रोन को भारतीय सेना ने अलर्ट रहते हुए निष्क्रिय कर दिया। जबकि श्रीगंगानगर में भी ड्रोन मूवमेंट देखा गया। ऐसे में शांति की उम्मीदों के बीच हालात फिर से तनावपूर्ण बन गए हैं और सुरक्षा बल पूरी तरह से चौकन्ने व सतर्क होकर हर एक एक्टिविटी पर नजर बनाए रखे हुए हैं।
शनिवार शाम को जैसे ही सीजफायर की घोषणा हुई, सीमावर्ती जिलों में आमजीवन के धीरे-धीरे सामान्य उम्मीद लगाई जा रही थी। लेकिन इसके इतर हालात बिलकुल विपरीत रहे। जैसलमेर में लगातार एक के बाद एक 6 धमाके हुए। जैसे ही अंधेरा छाया, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ समेत 9 जिलों में अचानक ब्लैकआउट कर दिया गया। पाली और बालोतरा में भी बिजली बंद कर दी गई। यह सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया।
जैसलमेर में रात में लगातार हुए धमाके, बॉर्डर पर अलर्ट
शनिवार रात जैसलमेर में हुए 6 तेज धमाकों ने पूरे इलाके को चौंका दिया। हालांकि किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के कई गांवों में हलचल मच गई। वहीं श्रीगंगानगर में भी ड्रोन की गतिविधियां देखी गईं, जिससे यह साफ हो गया कि सरहद पर खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। भारतीय सुरक्षाबलों ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए इन गतिविधियों पर नजर रखते हुए ऑपरेशनल अलर्ट जारी रखा है।
ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारत ने किया नाकाम
शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक राजस्थान के कई सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिशें की गईं। लेकिन भारत के एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। इसके जवाब में भारत ने सीमावर्ती पाकिस्तानी एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। वहीं, सूरतगढ़ एयरबेस को नुकसान पहुंचाने की खबरों को लेकर सरकार ने स्पष्ट किया कि वहां सब कुछ सामान्य है और एयरबेस सुरक्षित है।