आईएसआई का हनीट्रैप (सांकेतिक तस्वीर)
नवभारत डेस्क: पहलगाम अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। दोनों ही देशों के बीच कभी भी, कुछ भी हो सकता है। ऐसे हालातों में दुश्मन की फौज से जुड़ी खुफिया जानकारियां मौजूद होना एक प्लस प्वाइंट होता है। ये जानकारियां हासिल करने के लिए तरह-तरह के जाल बुने जाते हैं जिसमें ‘हनीट्रैप’ सबसे ख़तरनाक होता है।
29 अप्रैल को पंजाब के बठिंडा से कैंट एरिया में काम करने वाले एक मोची को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तानी लड़कियों के संपर्क में था और कंटोनमेंट इलाके की कई तस्वीरें और अन्य जानकारियां उन्हें इंटरनेट के जरिए भेज रहा था। यह मामला सामने आने के बाद सेना का खुफिया विंग अलर्ट हो गया है।
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब कोई भारतीय, पाकिस्तानी ‘हनीट्रैप’ का शिकार हुआ हो। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ज्यादातर में तो आर्मी के जवान इनका निशाना बने हैं। तो चलिए आपको रू-ब-रू करवाते हैं ऐसी ही कुछ घटनाओं से जब पाकिस्तानी हुस्न के जाल में फंसकर सेना के जवान भी देश की सुरक्षा से समझौता कर बैठे।
मई 2022 में भारतीय सेना के जवान प्रदीप कुमार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसके फोन से पाकिस्तानी हनी गर्ल्स की कई तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की लड़कियां ‘हनीट्रैप’ एजेंट बनकर बॉलीवुड थीम पर रील बनाकर भारतीय जवानों को भेजती थीं।
राजस्थान में आर्मी जवान हुआ हनीट्रैप का शिकार (सोर्स- सोशल मीडिया)
नहाने…गाने और टॉवल लपेटकर फंसाने वाले वीडियोज भी इस ट्रैप का हिस्सा होते हैं। हनी गर्ल्स अपना काम निकलवाने के लिए मिलने से लेकर शादी तक के वादे करती हैं। ऐसा ही कुछ राजस्थान के जोधपुर में तैनात उत्तराखंड के जवान प्रदीप कुमार के साथ भी हुआ था।
जुलाई 2022 में ही राजस्थान से ही ‘हनीट्रैप’ का एक और मामला सामने आया था। जिसमें राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय दस्तावेज और युद्ध अभ्यास के फोटो और वीडियो भेजने वाले बंगाल निवासी सेना के जवान शांतिमोय राणा को गिरफ्तार किया था। वह, आईएसआई एजेंट गुरनूर कौर उर्फ अंकिता के संपर्क में था।
आर्मी जवान शांतिमोय राणा हुए हनीट्रैप का शिकार (सोर्स- सोशल मीडिया)
ऐसा ही एक मामला मई 2023 में सामने आया था जब डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को डिफेंस रिसर्च से जुड़े गोपनीय दस्तावेज और जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वह सितंबर 2022 से फरवरी 2023 तक मिसाइल के डिजाइन और कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर चुके थे।
सोशल मीडिया पर अलग-अलग नामों से बेहद खूबसूरत हसीनाओं से चैट रिक्वेस्ट जब 60 साल के प्रदीप कुरुलकर को मिली तो वह बहक गए। वह रसभरी बातों में इतना मग्न था कि उसे पता ही नहीं चला कि कब वह चैट में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े राज खोलने लगा।
दिसंबर 2022 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भी एक ऐसा केस आया था। इस मामले में सेना के मेजर ने ही खुद को हनीट्रैप का शिकार बताया था। इस मामले में साक्षी नाम की ‘विषकन्या’ ने मेजर को अपने जाल में फंसाकर उनकी नौकरी से जुड़ी कई गुप्त जानकारियां हासिल की थीं।
हनीट्रैप- सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
ऐसे कई केस हैं…मगर यह तीन केस सिर्फ यह बताने के लिए काफी है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई किस हद तक जाकर भारत के खिलाफ साजिश करती है। भारतीय रक्षातंत्र की जानकारी हासिल करने के लिए उसने ख़तरनाक हसीनाओं की पूरी मंडली पाल रही है। कब कौन उसका शिकार हो जाएगा यह कहना मुश्किल है!
सबसे खास बात यह कि आईएसआई की ये खूबसूरत हसीनाएं नाम भी खूबसूरत रखती हैं। जिससे शिकार आसानी से इनके जाल में फंस सके। अधिकतम हिंदू नामों का इस्तेमाल किया जाता है। रिया शर्मा, लवीना पांडेय, अंकिता चौहान, सुरभि मिश्रा, अनुश्री दुबे, अनन्या सिंह जैसे नामों इस्तेमाल होता है।
पाकिस्तान का ‘हसीन’ हथियार (सांकेतिक तस्वीर)
‘हनीट्रैप’ एक प्रकार की जासूसी तकनीक है जिसमें किसी व्यक्ति को आकर्षित करने के लिए किसी महिला या पुरुष का इस्तेमाल किया जाता है। इसका उद्देश्य व्यक्ति से गोपनीय जानकारी प्राप्त करना या उसे किसी विशिष्ट कार्य के लिए प्रेरित करना होता है। हनी ट्रैप में अक्सर खूबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो लक्षित व्यक्ति को अपने आकर्षण और सुंदरता के जाल में फंसा लेती हैं।