प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो: सोशल मीडिया
Weather Update: उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान सहित कई राज्यों में स्थिति गंभीर बनी हुई है और लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ रही है। मौसम विभाग (IMD) ने 6 से 8 अगस्त के बीच कई राज्यों में भारी बारिश, आँधी-तूफान और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।
पहाड़ों में बारिश ने कहर बरपाया है। उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना हुई तो उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग ने आज कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। प्रयागराज व कानपुर समेत कई शहरों में पानी घरों तक घुस गया है। मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी में 6, 10 व 11 अगस्त तथा पूर्वी यूपी के वाराणसी, गोरखपुर, भदोही, जौनपुर, मिर्ज़ापुर और कुशीनगर में 5 व 11 अगस्त को मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिहार में 5 से 11 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। सिवान, मधुबनी, पटना, बक्सर, कटिहार और पूर्णिया जिले सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने से मौसम सुहावना बना हुआ है। हालांकि बारिश कम हुई है, लेकिन 5 से 10 अगस्त तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। IMD के मुताबिक 6, 7 और 8 अगस्त को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24-25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। बारिश की वजह से वायु प्रदूषण में गिरावट दर्ज की गई है।
हिमाचल प्रदेश में अगले तीन दिनों तक बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बना हुआ है। उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जिलों में 5 से 11 अगस्त तक भारी वर्षा का अनुमान है।
#WATCH हरिद्वार (उत्तराखंड): गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते पुलिस हरिद्वार में गंगा घाटों से दूर रहने और सावधानी बरतने की घोषणा कर रही है। (वीडियो- पुलिस मीडिया सेल) pic.twitter.com/8UxdoQYjio — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2025
मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अगले एक सप्ताह तक रुक-रुक कर बौछारें पड़ती रहेंगी। महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों के साथ दक्षिण भारत के राज्यों में भी सक्रिय मॉनसून के चलते तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
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भारतीय मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह निचले इलाकों, नदी-नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें तथा प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिज़ाज ऐसा ही बना रहेगा, ऐसे में सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।