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बेंगलुरु: अहमदाबाद प्लेन हादसे के लगभग एक हफ्ते बाद एक और फ्लाइट के पायलट ने मेडे कॉल किया था। इंडिगो की गुवाहाटी-चेन्नई फ्लाइट के पायलट ने ये इमरजेंसी कॉल किया था। यह जानकारी शनिवार को सामने आई है और घटना 19 जून की है। पायलट ने विमान में फ्यूल की कमी देखी और इसके बाद उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को मेडे यानी इमरजेंसी कॉल की थी। हालांकि, इस फ्लाइट की तत्तकाल बेंगलुरु एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई थी। लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 उड़ान भरने के तुरंत बाद ही क्रैश हो गई थी। प्लेन टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकराया था। इस हादसे में भी पायलट ने मेडे कॉल की थी।
बेंगलुरु एयरपोर्ट के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि इंडिगो की फ्लाइट के पायलट ने गुवाहाटी से टेकऑफ के बाद देखा कि प्लेन में पर्याप्त ईंधन नहीं है। चेन्नई आ रही फ्लाइट को बेंगलुरु डायवर्ट कर दिया गया। इस दौरान प्लेन में 168 यात्री थे।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर री-फ्यूलिंग के बाद विमान को चेन्नई रवाना किया गया। खबरों के मुताबिक, इस फ्लाइट के पायलट्स को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
बता दें कि 12 जून को अहमदाबाद प्लेन हादसे को लेकर भी खुलासा हुआ था कि पायलट्स ने MAYDAY कॉल दिया था। DGCA के अनुसार, उड़ान भरते ही पायलट्स ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को मेडे कॉल दिया था। हालांकि, जब तक एयर ट्रैफिक कंट्रोल का कोई जवाब मिलता प्लेन क्रैश हो गया।
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विमान के पायलट सुमित सभरवाल का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को भेजा गया आखिरी मैसेज भी सामने आया था, जिसमें वो कह रहे हैं, ‘मेडे, मेडे, मेडे… थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।’