रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बड़ी जीत तय है। बीजेपी 56 सीटों पर जीत करती दिख रही है। वहीं, सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी 34 सीट पर सिमटती दिख रही है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी को बंपर जीत के साथ अब चर्चा शुरू हो गई है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा?
सबसे बड़ी पार्टी अपने पुराने सीएम रमन सिंह को ही सत्ता सौपेंगी या कोई नए चहरें पर दांव लगाएगी। बता दें कि बीजेपी ने एमपी राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित नहीं किया था। यहां पर भी सबसे बड़ी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे कर सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा था।
रमन सिंह
अगर भाजपा छत्तीसगढ़ में रमन सिंह मुख्यमंत्री नहीं बनाती हैं तो प्रदेश सरकार की कमान संभालने के लिए कई अन्य नेताओं के नाम चर्चा में है। बीजेपी की ओर से सीएम पद के लिए अरुण साव, सरोज पांडेय से कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं। जानें छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री के लिए रेस में कौन कौन शामिल हैं?
रमन सिंह के अलावा अरुण साव सीएम पद के दावेदार मानें जाते है। वे छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने ही इस बार बीजेपी के चुनाव अभियान की अगुवाई की। ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का दावा मजबूत माना जा रहा है। बताते चले कि साल 2003 में बीजेपी पहली बार सत्ता में आई थी, तब पार्टी ने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप दी थी।
अरुण साव
अरुण साव के बाद विजय बघेल का नाम सीएम पद के लिए सामने आता है। वे दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद हैं। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पाटन सीट से सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ उतारा है।
विजय बघेल
इनके अलावा लता उसेंडी को सबसे बड़ा दावेदार मन जा रहा है। उन्हें छत्तीसगढ़ में बीजेपी का बड़ा आदिवासी चेहरा माना जाता हैं। वह साल 2003 के चुनाव में कोंडागांव सीट से पहली बार विधायक बानी थी। वहीं, 31 वर्ष की उम्र में लता छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री बन गई थीं। लता उसेंडी भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वह भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी किसी आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने का दांव चल सकती है।
लता उसेंडी
सरोज पांडेय का नाम भी छत्तीसगढ़ सीएम के रेस में शामिल है। वे बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद हैं। बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। उन्हें प्रदेश बीजेपी का बड़ा चेहरा माना जाता हैं। वह दो बार भिलाई की मेयर और विधायक रह चुके हैं। सरोज पाण्डेय साल 2009 के आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं।
सरोज पांडेय
छत्तीसगढ़ सीएम के रेस में बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी शामिल है। वे रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से सात बार के विधायक रह चुके हैं।वहीं, इस बार भी वे विधानसभा पहुंचने के पूरी ताकत लगा रहे है। बृजमोहन, रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
लता उसेंडी और सरोज पान्डेय के अलावा डॉक्टर रेणुका सिंह भी सीएम का फेस है। रेणुका फिलहाल केंद्र सरकार में राज्य मंत्री है। 2003 में पहली बार विधायक का चुनाव जीता था। उन्हें इस बार बीजेपी ने भरतपुर सोनहत सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। ऐसे ने चर्चा है कि बीजेपी इन्हें मुख्यमंत्री बना सकती है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की रेस में पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी के नाम भी चर्चा में है। चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह का एक बयान अपने बयान में कहा था कि आप ओपी चौधरी को जिता दीजिए, मैं इनको बड़ा आदमी बना दूंगा। ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे है कि इन्हें सीएम या डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।