(डिज़ाइन फोटो)
अनाकापल्ले : आंध्र प्रदेश की एक सनसनीखेज खबर के अनुसार यहां के अनाकापल्ले जिले में एक फार्मा कंपनी में बीते बुधवार 21 अगस्त की दोपहर करीब 2:15 बजे भयंकर आग लग गई। इस घटना में अब तक 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं 45 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। सभी घायलों को एनटीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। वहीं प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 का मुआवजा देने की घोषणा की है।
घटना पर मुख्यमंत्री नायडू ने भी दुख जताया। उन्होंने घटना की हाई लेवल जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही वे खुद आज दुर्घटना स्थल का दौरा करेंगे। वे मृतकों के परिवारों से मिलेंगे और घायलों को देखने अस्पताल भी जाएंगे।
यह पढ़ें – आंध्र प्रदेश में फार्मा यूनिट में विस्फोट से मचा कोहराम
मिली जानकारी के अनुसार घटना अच्युतापुरम SEZ की फार्मा कंपनी एस्किएंटिया के प्लांट की है। यहां प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले कंपनी के रिएक्टर के पास आग दिखी और फिर एक तेज धमाके के साथ बिल्डिंग के पहले फ्लोर का स्लैब भी ढह गया। ऐसा भी कहा जा रहा है कि जब सोल्वेंट ऑयल को पहली मंजिर से दूसरी मंजिल पर पंप किया जा रहा था, तभी उसमें लीक हुआ और अचानक आग लग गई। इसके कारण 500 किलोलीटर के कैपेसिटर रिएक्टर में भी ब्लास्ट हुआ।
घटना पर अनकापल्ली की जिलाधिकारी विजया कृष्णन ने बताया कि दुर्घटना बीते बुधवार 21 अगस्त की दोपहर करीब 2:15 बजे एसेंटिया एडवांस्ड साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड के संयंत्र में हुई। कृष्णन ने ‘बताया, ” फैक्ट्री में दो पालियों में 381 कर्मचारी काम करते हैं। विस्फोट दोपहर को भोजनावकाश के समय हुआ। इसलिए कर्मचारियों की उपस्थिति कम थी।”
यह पढ़ें – मध्य प्रदेश के एक स्कूल में लहराया गया पाकिस्तानी झंडा
उन्होंने कहा कि संदेह है कि विस्फोट बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ। उन्होंने बताया कि घायल लोगों को अनकापल्ली और अचुतापुरम के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि अग्निशमन विभाग छह दमकल गाड़ियों की मदद से बचाव कार्य में लगा हुआ है।
जिलाधिकारी ने बताया कि कारखाने में फंसे 13 लोगों को बचा लिया गया है। बीते बुधवार को ही घटना पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने लोगों की मौत पर दुख जताया था। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार मृतक श्रमिकों के परिवारों के साथ खड़ी रहेगी।