स्वदेश लौटते पाकिस्तानी नागरिक (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
अमृतसर: पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। मोदी सरकार लगातार पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी बीच पड़ोसियों ने एक बार फिर ऐसा कदम उठाया जिससे असर दोनों देश के नागरिकों पर पड़ा।
पाकिस्तान ने गुरुवार को वाघा अटारी बॉर्डर अपने तरह के गेट को बंद कर दिया था। इससे स्वदेश लौटने वाले लोग बीच में ही फंस गए, जिससे लोगों में तनाव का माहौल बन गया था। हालांकि पाकिस्तान ने 48 घंटे बाद अपनी तरह के गेट खोल दिए जिसके बाद लोग अपने देश लौटने में सफल हो पाए।
पाकिस्तान की ओर से 48 घंटे वाघा बॉर्डर के गेट खोले जाने के बाद 21 पाकिस्तानी नागरिक 2 मई को अटारी-वाघा बॉर्डर से अपने देश पहुंच गए। पाकिस्तानी नागरिकों के भारत छोड़ने की डेडलाइन खत्म होने के बाद ये लोग बॉर्डर पर फंसे हुए थे। पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर के गेट खोने के बाद कहा कि, भारतीय अधिकारी हमारे नागरिकों को अपनी सीमा पार करने की अनुमति देते हैं तो हम उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
पहलगाम हमले के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करते हुए उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया था। जिसके बाद से ही पाकिस्तानी लगातार भारत छोड़कर स्वदेश लौट रहे हैं, सरकार की ओर से दी गई समय सीमा 30 अप्रैल को खत्म हो गई थी। इसके बाद सरकार ने वाघा अटारी बॉर्डर को पूरी तरह से बंद करने का आदेश दे दिया था, लेकिन आदेश देने के कुछ देर बाद ही पाकिस्तानियों के स्वदेश लौटने की समय सीमा को आगे बढ़ा दिया था।
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केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि एक मई को अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर से तमाम आवाजाही बंद किए जाने और व्यापार को पूरी तरह से बंद किए जाने के आदेश के बावजूद पाकिस्तानी नागरिकों को बॉर्डर क्रॉस करने की इजाजत दी जाएगी। इस आदेश के भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक सरकार के अगले आदेश तक अटारी बॉर्डर से वापिस अपने देश लौट सकते हैं।