हिमाचल प्रदेश विधान सभा
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र को तीन दिन और बढ़ाने की संभावना प्रबल हो गई है। रविवार को विधानसभा सचिवालय में हुई सर्वदलीय बैठक में पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने सत्र को बढ़ाने पर सहमति जताई। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान और अन्य प्रमुख नेता शामिल रहे। विपक्ष ने सत्र की अवधि कम किए जाने पर आपत्ति जताई और महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की मांग की। साथ ही, बजट पेश करने के समय को लेकर भी बदलाव की मांग उठी। बैठक में होली के अवसर पर तीन दिन के अवकाश और एक सत्र को स्थगित करने पर भी चर्चा हुई। अब इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला सोमवार को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया जाएगा।
हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष
#WATCH | शिमला: विधानसभा बजट सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा, “…हिमाचल प्रदेश में अब केवल दो ही दल हैं। कांग्रेस जो सत्ता में है और विपक्ष में भाजपा। दोनों दलों के जो हमारे विधायक थे उनकी बैठक हुई… हमने इस बात का… pic.twitter.com/4ARVEk6xMT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2025
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बैठक में सत्र की अवधि कम किए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस बार बजट सत्र केवल 16 दिनों का रखा गया है, जबकि पहले यह 20 दिनों का होता था। विपक्ष ने मांग की कि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए अधिक समय दिया जाए और राज्यपाल के अभिभाषण पर सभी सदस्यों को बोलने का अवसर मिले। इसी बीच, बजट पेश करने के समय में बदलाव को लेकर भी आपत्ति जताई गई। विपक्ष चाहता है कि बजट सुबह 11 बजे पेश हो, जबकि इस बार इसे दोपहर 2 बजे प्रस्तुत करने का प्रस्ताव है।
बैठक के दौरान होली के अवसर पर तीन दिन का अवकाश रखने का प्रस्ताव भी सामने आया। इसके अलावा, होली के बाद आने वाले शनिवार के सत्र को स्थगित करने पर भी सहमति बनी। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है और चाहती है कि विधायक अपने क्षेत्रों से जुड़े जनहित के मुद्दे सदन में उठाएं।
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अब इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला सोमवार को विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया जाएगा। यदि कमेटी सत्र को बढ़ाने पर सहमति देती है, तो बजट सत्र 16 दिन की बजाय 19 दिन का हो सकता है। इसके अलावा, बजट पेश करने के समय और होली अवकाश को लेकर भी अंतिम निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि बजट सत्र 10 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा, जिसमें कुल 16 बैठकें प्रस्तावित हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 17 मार्च को बजट पेश करेंगे।