विटामिन सपलीमेंट लेते हुए महिला (सौ. फ्रीपिक)
Vitamin C Importance: हमारे शरीर को विटामिन, मिनरल्स सहित कई पोषक तत्वों की जरूर होती है। जिसमें हर एक पोषक तत्व की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो पाता है। ऐसी ही एक विटामिन है जिसकी कमी गंभीर समस्या पैदा कर सकती है। ऐसे में इसकी पहचान करके इसको डाइट में शामिल करना चाहिए।
विटामिन सी का वैज्ञानिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड कहा जाता है जो हमारे शरीर के लिए किसी सुरक्षा कवच से कम नहीं है। अक्सर लोग इसके सिर्फ चमकती स्किन और इम्यूनिटी के लिए जरूरी मानते हैं। लेकिन विटामिन कई मायनों में शरीर को लाभ पहुंचाता है। यह शरीर की हर कोशिका के लिए एक सुपरहीरो की तरह काम करता है।
इंसान शरीर में खुद से विटामिन सी नहीं बना सकता है और न ही इसे लंबे समय तक स्टोर कर सकता है। ऐसे में हर दिन आपको भोजन के जरिए विटामिन सी की आपूर्ति करनी होती है। जानकारी के अनुसार पुरुषों को रोजाना 90 मिलीग्राम और महिलाओं को 75 मिलीग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है।
विटामिन सी का सबसे मुख्य काम कोलेजन नाम के प्रोटीन का निर्माण करना है। कोलेजन हमारी स्किन, नसों, हड्डियों और जोड़ों को मजबूती से जोड़कर रखता है। इसकी कमी होने पर शरीर ढीला पड़ने लगता है और मसूड़ों में खून आने जैसी समस्या हो सकती है।
यह विटामिन बुढ़ापे की रफ्तार को कम करता है बल्कि कैंसर और हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करता है। इसकी कमी को दूर करने के लिए रोजाना ऐसी डाइट खानी चाहिए जो विटामिन सी से भरपूर हो।
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विटामिन C पाने के लिए सप्लीमेंट्स के बजाय प्राकृतिक स्रोतों पर भरोसा करना सबसे बेहतर है।
आंवला: विटामिन-C का सबसे बड़ा भंडार।
फल: अमरूद, कीवी, संतरा, पपीता और स्ट्रॉबेरी।
सब्जियां: लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली और टमाटर।
अगर आपको बार-बार थकान महसूस होती है, सर्दी जुकाम या घाव भरने में समय लग रहा है तो ये सभी विटामिन सी की कमी के संकेत हो सकते हैं। इसे अपनी डाइट में अनिवार्य रुप से शामिल करें और शरीर को स्वस्थ बनाए रखें।