
चाय (सौ. फ्रीपिक)
Tea Without Sugar: भारत में चाय सिर्फ एक स्वाद नहीं है बल्कि यह दिन की शुरुआत करने का एक तरीका है। सुबह की चाय हो या शाम की थकान मिटाने वाली चुस्की चाय के बिना अधूरा सा लगता है। लेकिन ज्यादातर लोग चाय में काफी ज्यादा चीनी मिलाकर पीते हैं। जो लंबे समय के बाद सेहत पर बुरा असर डालने लगती है।
हम चाय के बारे में सुनते हैं कि यह सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। दरअसल चाय में ज्यादा चीनी का सेवन डायबिटीज, वजन बढ़ने, ब्लड शुगर असंतुलन और थकान जसी समस्या की वजह बन सकता है। ऐसे में चीनी की जगह कुछ देसी और नेचुरल चीजों को चाय में डालकर उसे हेल्दी बनाया जा सकता है।
सबसे पहला और आसान विकल्स देसी खांड या गुड़ है। रिफाइंड चीनी की तुलना में यह मिनरल्स से भरपूर होता है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने में मदद करता है। चीनी की जगह इसका सेवन शरीर को कई बीमारियों से दूर रखता है। सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल चाय की मिठास बनाए रखता है और नुकसान भी कम करता है।
शहद चाय को मीठा बनाने का एक विकल्प हो सकता है। हल्की गर्म या गुनगुनी चाय में मिलाने के बाद इसका स्वाद बढ़ जाता है। एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर यह चाय सेहत का ख्याल रखती है।
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चाय में अदरक, दालचीनी, इलायची और लोंग जैसे मसालों का इस्तेमाल प्राकृतिक फ्लेवर को जोड़ता है। जिससे चीनी की जरूरत अपने आम कम हो सकती है। ये मसाले खाना पचाने में काफी मदद करते हैं। साथ ही सर्दी खांसी से बचाव में भी काम आते हैं।
एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर रोज की चाय में चीनी की मात्रा धीरे-धीरे कम कर दी जाए या हेल्दी विकल्प अपनाए जाएं तो शरीर पर इसका सकारात्मक असर दिखने लगता है। वजन कंट्रोल में रहता है। एनर्जी लेवल बेहतर होता है और मीठे की क्रेविंग भी घटती है।
अगर आप चाय छोड़ नहीं सकते हैं तो उसे सीमित मात्रा में पी सकते हैं। चीनी की जगह हेल्दी चीजों को डालकर इसका स्वाद बढ़ा सकते हैं जो सेहत के लिए भी नुकसानदायक नहीं होती है।






