पानीपत नगर निगम के लिए मतदान आज, 4,11,038 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग
नवभारत डेस्क: रविवार यानी आज हरियाणा के 40 निकायों में 55 लाख मतदाता अपनी शहरी सरकार चुनेंगे। इनमें करीब 27 लाख पुरुष, 24 लाख महिलाएं और 184 अन्य मतदाता शामिल हैं। इनके लिए कुल 5,126 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। नौ नगर निगमों में 39 उम्मीदवार, पांच नगर परिषदों में प्रधान पद के लिए 27 उम्मीदवार और 23 नगर पालिकाओं में प्रधान पद के लिए 151 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, रविवार को उपचुनाव में 2,330 वार्ड सदस्य उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य चुनाव आयोग का कहना है कि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।
हरियाणा के 40 निकायों में से नौ नगर निगमों में मतदान होगा। अंबाला और सोनीपत में मेयर पद के लिए उपचुनाव होंगे। वहीं, चार नगर परिषदों अंबाला सदर, पटौदी जटौली मंडी, सिरसा और थानेसर में चेयरपर्सन और वार्ड सदस्यों के लिए वोट डाले जाएंगे। सोहाना नगर परिषद में केवल चेयरपर्सन पद के लिए चुनाव होगा। 23 नगर पालिकाओं में से 21 में चेयरपर्सन और वार्ड सदस्यों के लिए चुनाव होंगे, जबकि असंध और इस्लामाबाद में केवल चेयरपर्सन पद के लिए मतदान होगा।
चुनाव से पहले 25 पार्षद निर्विरोध चुने गए थे। इनमें नगर निगम के पांच पार्षद, नगर परिषद के तीन और नगर परिषदों के 17 सदस्य शामिल हैं। फरीदाबाद नगर निगम वार्ड 36, गुरुग्राम वार्ड 22, करनाल वार्ड 8 और 11, यमुनानगर वार्ड 9, अंबाला सदर नगर परिषद वार्ड 24 और थानेसर वार्ड 7 और 32 में चुनाव नहीं होंगे क्योंकि यहां केवल एक-एक उम्मीदवार है।
इस बार ईवीएम के साथ वीवीपैट नहीं होगी। नगर निगम चुनाव में बिना वीवीपैट वाली ईवीएम लगाई जाएंगी। इस व्यवस्था के अभाव में मतदाता यह नहीं देख पाएगा कि उसका वोट किस प्रत्याशी को गया है। राज्य चुनाव आयोग के पास पुरानी तकनीक वाली ईवीएम मशीनें हैं, जिनमें वीवीपैट को कनेक्ट नहीं किया जा सकता। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए 40 वार्डों में 82 ड्यूटी मजिस्ट्रेट व 157 सुपरवाइजर तैनात रहेंगे। 840 मतदान केंद्रों के लिए 2958 मतदान अधिकारी व 880 पीठासीन अधिकारी तैनात किए गए हैं। 10 हजार पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। 512 अधिकारी व पुलिसकर्मी रिजर्व रखे गए हैं। 531 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील व 393 को संवेदनशील घोषित किया गया है।
देश की अन्य लेटेस्ट खबरों के लिए इस लिंक पर टैप करें
भाजपा ने निगमों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, कांग्रेस के विजय रथ को रोकने की तैयारी में नगर निगम चुनाव की जंग तेज हो गई है। नगर निगमों के मेयर पद के लिए होने वाले चुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हैं। नौ में से आठ निगमों में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। जबकि मानेसर में भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवार के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा ने तीन इंजन वाली सरकार बनाने में पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने निगमों में कमल खिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बूथ स्तर पर मजबूत संगठन की बदौलत भाजपा इस समय मैदान में मजबूत नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा को कड़ी चुनौती देने की कोशिश में है। कांग्रेस भाजपा के विजय रथ को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है।