पीएम मोदी व गुजरात सीएम भूपेंन्द्र पटेल सोर्स - सोशल मीडिया
अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 और 8 मार्च 2025 को गुजरात के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के मौके पर वह नवसारी जिले में आयोजित ‘लाखपति दीदी सम्मेलन’ में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 450 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता वितरित करेंगे। साथ ही, ग्रामीण महिलाओं और युवा उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए दो बड़ी योजनाओं की भी घोषणा करेंगे, जिससे राज्य की लाखों महिलाओं को लाभ मिलेगा।
‘लाखपति दीदी योजना’ की शुरुआत 15 अगस्त 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जिसका मकसद महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) की महिलाएं, जो मासिक ₹10,000 या उससे अधिक कमाती हैं और वार्षिक आय ₹1 लाख या उससे ज्यादा होती है, उन्हें ‘लाखपति दीदी’ के रूप में सम्मानित किया जाता है। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में अब तक 1.5 लाख महिलाएं इस योजना के तहत लाखपति दीदी बन चुकी हैं। पीएम मोदी 2.5 लाख से अधिक महिलाओं को 450 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करेंगे, जिससे वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकेंगी। इस कार्यक्रम में नवसारी, वलसाड और डांग जिलों की लगभग 1 लाख महिलाएं शामिल होंगी। पीएम मोदी 10 चयनित लाखपति दीदियों से संवाद करेंगे और 5 महिलाओं को विशेष प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पीएम मोदी ‘जी-सफल योजना’ की भी शुरुआत करेंगे, जो कि अंत्योदय परिवारों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत अगले 5 वर्षों में 50,000 अंत्योदय अन्न योजना (AAY) कार्डधारी परिवारों को लाभ मिलेगा। महिलाओं को ₹1 लाख तक की वित्तीय सहायता और व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपने छोटे उद्योग या स्वरोजगार की शुरुआत कर सकें। योजना के तहत महिलाओं को हफ्ते में एक बार प्रशिक्षण सत्र दिया जाएगा, जिसमें उन्हें कारोबार की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इसके लिए प्रत्येक 50-60 महिलाओं पर एक फील्ड कोच नियुक्त किया जाएगा, जो उन्हें गाइड करेगा। इस योजना के लिए 500 करोड़ की राशि तय की गई है, जिससे महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी गुजरात में ‘जी-मैत्री योजना’ की भी घोषणा करेंगे, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना और सामाजिक उद्यमिता को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत गुजरात सोशल एंटरप्राइज फंड (G-SEF) द्वारा 50 करोड़ का फंड स्थापित किया गया है, जो कि अगले 5 वर्षों तक ग्रामीण स्टार्टअप्स का समर्थन करेगा। इस योजना के तहत 10 लाख ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसमें 150 से अधिक स्टार्टअप्स को 20 लाख से लेकर 30 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे वे अपने बिजनेस को आगे बढ़ा सकें। योजना के अंतर्गत वर्कशॉप और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि ग्रामीण महिलाओं को नए बिजनेस शुरू करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए सही मार्गदर्शन मिल सके।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस कदम से गुजरात में महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को नई दिशा मिलेगी। इन योजनाओं से न केवल महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी, बल्कि वे रोजगार सृजन और उद्यमिता के क्षेत्र में भी आगे बढ़ेंगी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह कार्यक्रम महिला-नेतृत्व वाले विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।