जायरा वसीम ने ‘दंगल’ के लिए 15 साल की उम्र में किया बड़ा बलिदान
Zaira Wasim Birthday Special Story: बॉलीवुड एक्ट्रेस जायरा वसीम ने भले ही फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया हो, लेकिन उनके योगदान और अभिनय की छाप आज भी दर्शकों के दिलों में ताजा है। 23 अक्टूबर 2000 को जन्मी जायरा वसीम ने मात्र 16 साल की उम्र में आमिर खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दंगल’ से अपने अभिनय की पहचान बनाई। इस फिल्म में उन्होंने महिला पहलवान गीता फोगाट के बचपन का किरदार निभाया और बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीता।
जायरा का करियर छोटा जरूर रहा, लेकिन इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसे फैसले लिए, जो उनकी कमिटमेंट और पेशेवर गंभीरता को दर्शाते हैं। ‘दंगल’ के लिए उन्हें अपने बाल काटने पड़े। 15 साल की उस उम्र में यह उनके लिए एक भावनात्मक झटका था। बाल व उनके व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा थे, लेकिन फिल्म की प्रामाणिकता के लिए निर्देशक नितेश तिवारी ने महसूस किया कि पहलवान के किरदार में लंबे बाल बाधा बन सकते हैं।
जायरा ने पहले इस बात का विरोध किया, लेकिन उन्होंने समझा कि विग पहनने से कुश्ती सीन की स्वाभाविकता प्रभावित होगी। इसके बाद उन्होंने अपने माता-पिता और प्रोडक्शन टीम से बिना बात किए, खुद बाल काटने का निर्णय लिया। अगले दिन सेट पर पहुंचते ही सभी को उनके छोटे बाल देखकर आश्चर्य हुआ। यह कदम उनके किरदार के प्रति उनके गहन समर्पण का प्रतीक बन गया।
यह बलिदान इसलिए भी खास है क्योंकि उस समय जायरा बाल कलाकार थीं। बाल कलाकारों के अनुबंध और श्रम कानून काफी सख्त होते हैं, और निर्माता बिना अनुमति किसी बाल कलाकार के शारीरिक बदलाव नहीं कर सकते। लेकिन जायरा ने अपनी इच्छा और व्यक्तिगत भावनाओं को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया।
जायरा के इस समर्पण को आमिर खान ने भी सराहा। उन्होंने सार्वजनिक मंचों पर जायरा की तारीफ की और माना कि उनके इस बलिदान ने ‘दंगल’ को केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सच्ची कलाकृति बना दिया। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि जायरा वसीम न केवल अभिनय में निपुण थीं, बल्कि पेशेवर और व्यक्तिगत प्रतिबद्धता में भी अद्वितीय थीं। उनका यह निर्णय आज भी युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।