अंडरवर्ल्ड का शिकार बने राकेश रोशन
Rakesh Roshan Birthday Special Story: एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर राकेश रोशन का जन्म 6 सितंबर 1949 को हुआ था। राकेश रोशन आज अपना 76वां जन्मदिन मना रहे हैं। राकेश रोशन का जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। उनके पिता रोशनलाल नागरथ उस दौर के संघर्षरत संगीतकार थे, जबकि मां इरा मोइत्रा बंगाली गायिका थीं। घर में छोटे भाई राजेश रोशन भी आगे चलकर मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर बने।
राकेश रोशन ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि उनका जन्म मुंबई के एक गैराज में हुआ था। उस समय उनके पिता दिल्ली से मुंबई आए थे और एक मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर के गैराज में रहते थे। काम मिलने के बाद ही परिवार सांताक्रूज शिफ्ट हुआ, जहां राकेश का बचपन बीता। सिर्फ 17 साल की उम्र में राकेश ने अपने पिता को खो दिया। इसके बाद परिवार की जिम्मेदारी उन पर आ गई और उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम शुरू किया। काम की तलाश में जब भी वे किसी प्रोड्यूसर से मिलते, खुद को रोशन का बेटा बताते और यही उनकी पहचान बन गई।
संघर्ष के दिनों में वे पार्टियां ऑर्गेनाइज किया करते थे, जिनमें बड़े-बड़े फिल्मकार शामिल होते थे। इन्हीं पार्टियों में उनकी मुलाकात जे. ओमप्रकाश की बेटी पिंकी से हुई। राकेश की मां को पिंकी बहुत पसंद आईं और आखिरकार जे. ओमप्रकाश ने खुद उन्हें अपना दामाद बनाने का फैसला किया। शादी के समय राकेश के पास ज्यादा आमदनी नहीं थी, लेकिन पिंकी और परिवार ने उन्हें स्वीकार कर लिया।
21 जनवरी 2000 का दिन राकेश रोशन कभी नहीं भूल सकते। उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म कहो ना… प्यार है रिलीज हुई ही थी। उसी दौरान अंडरवर्ल्ड सरगना अबू सलेम के गुर्गों ने उन पर हमला किया। दरअसल, राकेश ने फिल्म की विदेशी कमाई का हिस्सा देने से इनकार कर दिया था। सांताक्रूज स्थित ऑफिस से निकलते समय उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। राकेश को गंभीर चोट लगी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
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राकेश ने तुरंत अपने बेटे ऋतिक रोशन की सुरक्षा के बारे में जानकारी ली और फिर खून से लथपथ हालत में पुलिस स्टेशन जाकर बयान दर्ज कराया। इसके बाद ही वे अस्पताल गए। राकेश ने बतौर अभिनेता कई फिल्में कीं, लेकिन असली पहचान उन्हें निर्देशन से मिली। कहो ना… प्यार है, कोई मिल गया, क्रिश जैसी फिल्में न सिर्फ सुपरहिट रहीं, बल्कि उन्होंने हिंदी सिनेमा को नया आयाम दिया।