सांवले रंग की वजह से तृप्ति साहू ने 11 साल किया संघर्ष
Tripti Sahu Talks About Rejection: पंचायत वेब सीरीज में सहायक सचिव विकास की पत्नी के रूप में नजर आने वाली खुशबू अब किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, उन्हें अकेले इस किरदार ने ही गजब की शोहरत दिलाई है। लेकिन उन्होंने इस पहचान को पाने के लिए 11 साल का इंतजार किया है। 11 साल का संघर्ष आसान नहीं होता। सांवले रंग की वजह से उन्हें 11 सालों में कई बार रिजेक्शन झेलना पड़ा। उन्हें कहा जाता था कि वह अमीर नहीं लगती। इतना ही नहीं खुशबू ने एक इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया कि सांवले रंग की वजह से उन्हें अपने ही घर में परिवार वालों के ताने सुनने पड़ते थे।
पंचायत की खुशबू का असली नाम तृप्ति साहू है। तृप्ति साहू ने डिजिटल कमेंट्री को दिए गए इंटरव्यू में खुद से जुड़ी ढेर सारी बातें की। उन्होंने बताया कि जब वह ऑडिशन के लिए जाती थी, तब उन्हें सिर्फ नौकरानी के रोल ऑफर होते थे, इतना ही नहीं कई बार तो उन्हें आदिवासी लड़की का रोल भी दिया गया। 11 साल में उन्होंने कई रिजेक्शन झेला है।
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तृप्ति साहू ने बातचीत के दौरान बताया कि कई बार ऑडिशन में उन्हें यह कहकर रिजेक्ट कर दिया जाता था कि वह अमीर नहीं दिखाई देती हैं, उन्हें यह बातें सुनकर बहुत दुख होता था, क्योंकि सीधे तौर पर कोई सांवले रंग की बात नहीं कहता, लेकिन यह सब कुछ उसी वजह से होता है।
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तृप्ति साहू ने बातचीत के दौरान यह भी बताया कि मेरे रंग की वजह से मुझे फैमिली में भी ताने सुनने को मिले हैं। एक बार मेरे ताऊ जी ने कहा था, अरे चारों तरफ गोरी लड़कियां घूम रही है, जब उनका कुछ नहीं हो रहा, तो इसे कौन काम देगा? ना शक्ल है ना सूरत, तब मैं सिर्फ 16 साल की थी और उनकी यह बात सुनकर मैं बहुत रोयी थी।
पंचायत की खुशबू यानि तृप्ति साहू बेहद ग्लैमरस हैं, लेकिन पंचायत में उन्होंने बखूबी ग्रामीण महिला का किरदार निभाया और उनकी एक्टिंग को पंचायत में काफी पसंद किया गया। इंस्टाग्राम पर वह एक्टिव रहती हैं। सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर तृप्ति साहू की करीब 96 हजार फॉलोअर्स हैं। हैरानी की बात यह है कि तृप्ति साहू का इंस्टाग्राम अकाउंट वेरीफाइड नहीं है।