निर्देशक तेजस प्रभा विजय देओस्कर ने 'ग्राउंड जीरो' की कहानी पर की बात
मुंबई: निर्देशक तेजस प्रभा विजय देओस्कर ने हाल ही में अपनी आगामी फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ के महत्व के बारे में बताया, जिसमें अभिनेता इमरान हाशमी मुख्य भूमिका में हैं और यह सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह फिल्म 2000 के दशक की शुरुआत में कश्मीर में सेट की गई है, जिसमें बीएसएफ अधिकारी नरेंद्र नाथ दुबे के नेतृत्व में एक साहसी मिशन की कहानी है, जिन्होंने आतंकवादी मास्टरमाइंड “गाजी बाबा” को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बुधवार को एएनआई से बात करते हुए देओस्कर ने बताया कि यह फिल्म वास्तविक घटनाओं पर आधारित है और दुबे के नेतृत्व में महत्वपूर्ण मिशन पर केंद्रित है। यह पूरी तरह से एक वास्तविक घटना पर आधारित है। दुबे जी, जिनका पूरा नाम नरेंद्र नाथ धर दुबे है, कश्मीर में तैनात बीएसएफ अधिकारी थे। उन्होंने वहां आठ साल बिताए और लोगों, इलाके और आतंकवाद के नेटवर्क के बारे में बहुत कुछ सीखा। उस दौरान गाजी बाबा का नाम हर जगह था।
उन्होंने आगे बताया कि वह 2001 के संसद हमले के पीछे का मास्टरमाइंड भी था… वह एक बहुत ही खतरनाक आतंकवादी बन गया। दुबे जी ने उसे ट्रैक करने और खत्म करने में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों की वजह से ही पूरा ऑपरेशन सफल रहा। लेकिन इसके लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी। फिर भी, वह मुस्कुराते हुए कहते हैं कि देश के सामने यह कीमत कुछ भी नहीं है।
देओस्कर ने हाशमी को मुख्य भूमिका में लेने के बारे में भी बात की और खुलासा किया कि वह सेना की भूमिकाओं में एक ही तरह के अभिनेताओं को लेने के सामान्य पैटर्न को तोड़ना चाहते थे। उन्होंने कहा कि हम शंघाई जैसी फिल्मों में उनका दमदार अभिनय देख चुके हैं और उस फिल्म से ही हमें पता चला कि वह किस तरह के अभिनेता हैं।
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निर्देशक ने कहा कि जब दुबे जी की भूमिका की बात आई, तो मुझे लगा कि हम अक्सर सेना की फिल्मों में अभिनेताओं को टाइपकास्ट कर देते हैं। तो शायद उस में मुझे लगता है कि हम नयापन भूल जाते हैं। जब इमरान का नाम आया, तो मुझे लगा कि वह नयापन लाएंगे। वह एक शक्तिशाली अभिनेता हैं, और मुझे यकीन था कि वह भूमिका के साथ न्याय करेंगे। ग्राउंड जीरो 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी।