
डेमी मूर ने हॉलीवुड में 45 साल बिताने के बाद 'द सब्सटेंस' के लिए पहला गोल्डन ग्लोब जीता
मुंबई: डेमी मूर (Demi Moore) ‘द सब्सटेंस’ फिल्म के लिए गोल्डन ग्लोब अवार्ड (Golden Globe Award) हासिल कर लिया है। हॉलीवुड में 45 साल बीतने के बाद उनके लिए यह अवार्ड एक मील का पत्थर साबित हुआ है। ‘द सब्सटेंस’ मे एलिजाबेथ स्पार्कल की भूमिका में वह जबरदस्त अभिनय करते हुए नजर आई। उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेता-मोशन पिक्चर्स-म्यूजिकल/कॉमेडी का खिताब मिला है। अपने भाषण में डेमी मूर ने बताया कि कैसे पहले उन्हें पॉपकॉर्न अभिनेत्री समझा जाता था।
डेमी मूर की जीत पर वह बेहद भावुक नजर आई और उन्होंने अपने भाषण के दौरान बताया कि 30 साल पहले उन्हें एक निर्माता ने यह कहा था कि वह एक पॉपकॉर्न अभिनेत्री हैं। वह उस समय इसका मतलब नहीं समझ पाई थी। इसका मतलब यह था कि वह व्यावसायिक रूप से तो सफल हो सकती हैं लेकिन उनके काम को कभी याद नहीं किया जाएगा। भाषण में यह बात बताते हुए वह रोने लगी थी।
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इस दौरान डेमी मूर ने यह भी बताया कि जब उनका करियर उनके चरम पर पहुंच गया था। तब उन्हें द सब्सटेंस की स्क्रिप्ट मिली और सब कुछ बदल गया। यह जादू था बोल्ड और साहसी किरदार को निभाने के लिए वह बेताब हूं उठी, क्योंकि यह किरदार पागलपन से भरा हुआ था। उन्हें ऐसा लगा कि उन्हें सारी दुनिया यह बता रही है कि अभी तुम्हारा काम खत्म नहीं हुआ है और फिर उन्होंने द सब्सटेंस में काम किया और उसका नतीजा आज हमारे सामने है डेमी मूर गोल्डन ग्लोब अवार्ड जीत चुकी हैं।
डेमी मूर करीब 45 साल से हॉलीवुड में काम कर रही हैं। उन्होंने बेहतरीन फिल्मों में अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीता है और द सब्सटेंस फिल्म में उनके किरदार को काफी पसंद किया गया और उनका यह किरदार इस फिल्म के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
कोरली फरगेट द्वारा निर्देशित द सब्सटेंस ने न केवल मूर के प्रदर्शन को प्रदर्शित किया, बल्कि इसके साहसिक आधार के बारे में भी चर्चा को जन्म दिया। इस फिल्म में मार्गरेट क्वाली, डेनिस क्वैड और ह्यूगो डिएगो गार्सिया भी थे।






