सौरभ शुक्ला (फोटो-सोशल मीडिया)
मुंबई: बॉलीवुड एक्टर सौरभ शुक्ला का जन्म 5 मार्च 1963 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। सौरभ शुक्ला फिल्मों के साथ ही टीवी और थियेटर एक्टर भी है। इसके साथ ही वह निर्देशक के तौर पर भी मशहूर हैं। सौरभ शुक्ला ने अपने सपोर्टिंग रोल से लोगों का दिल जीत लिया है। सौरभ शुक्ला ने अपनी बेहतरीन एक्टिंग से बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाई है।
सौरभ शुक्ला आज अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं। सौरभ के जन्म के 2 साल बाद ही उनका परिवार दिल्ली आ गया। सौरभ शुक्ला ने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली से और ग्रेजुएशन खालसा कॉलेज से की थी। सौरभ शुक्ला को शुरू से एक्टिंग में रुचि थी। सौरभ शुक्ला ने साल 1984 में थियेटर से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। उन्होंने ‘एक व्यू फ्रॉम द ब्रिज’, ‘लुक बैक इन एंगर’ और ‘घासीराम कोतवाल’ सहित कई शानदार नाटकों में काम किया है।
सौरभ शुक्ला ने साल 1991 में एक्टर के तौर पर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वाइन किया। इसके अगले साल ही उन्हें एक्टिंग करने का बड़ा मौका मिला। बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक शेखर कपूर ने उन्हें ब्रेक दिया। जिसके चलते वह पहली बार बॉलीवुड फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में नजर आए थे। इस फिल्म में सौरभ शुक्ला की एक्टिंग की दर्शकों ने काफी तारीफ की। इसके बाद वह ‘इस रात की सुबह नहीं’, ‘करीब’ और ‘जख्म’ में नजर आए थे। लेकिन साल 1998 में उनकी किस्मत खुली।
साल 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘सत्या’ से उन्हें नई पहचान मिली। इस फिल्म में उन्होंने गैंगस्टर ‘कल्लू मामा’ का किरदार निभाया था। फिल्म ‘सत्या’ में सौरभ शुक्ला के किरदार को दर्शकों का काफी प्यार मिला था। ये वो रोल था जिससे सौरभ शुक्ला को बॉलीवुड में और ऑडियंस के बीच ऐसी पहचान मिली कि आज भी हर कोई उन्हें ‘कल्लू मामा’ के नाम से ही जानता है।
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फिल्म ‘सत्या’ की कहानी में उन्होंने रामगोपाल वर्मा के साथ सह-लेखन किया। इस फिल्म के लिए उन्हें अनुराग कश्यप के साथ बेस्ट स्क्रीनप्ले का स्टार स्क्रीन अवार्ड मिला। इस फिल्म के बाद सौरभ शुक्ला ने बॉलीवुड के कई बड़े एक्टर संग काम किया। सौरभ शुक्ला को साल 2014 में फिल्म जॉली एलएलबी में निभाए गए अपने सपोर्टिंग रोल के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।