उद्धव ठाकरे (सोर्स: एक्स@ShivSenaUBT_)
मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही राजनीतिक दलों की तैयारी जोर पकड़ने लगी है। राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठकों एवं सभाओं का दौर शुरू हो गया है। इस दौरान विभिन्न वर्ग के वोटरों को लुभाने के लिए सत्ता पक्ष के साथ-साथ अब विपक्ष के नेता भी लुभावने वादों का झुनझुना बजाने लगे हैं। ऐसा ही कुछ रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के मराठवाडा दौरे के दौरान देखने को मिला। पुरानी पेंशन योजना की मांग के लिए आयोजित महासम्मेलन में उद्धव ने आंदोलनकारी कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो पुरानी पेंशन योजना को तुरंत लागू करेगी।
उद्धव ठाकरे ने आव्हान करते हुए कहा कि आप लोग पेंशन की मांग को लेकर अनशन न करें क्योंकि जनता पहले ही भूखी है। इसलिए अब अनशन नहीं बल्कि सत्ताधारियों को सत्ता के लिए भूखे रखने हेतु आंदोलन होना चाहिए। ऐसा दृढ़ निश्चय कर लें और आंदोलन की मशाल जलने के बाद सरकार के चमचों को उस पर पानी नहीं डालने देना।
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शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना के लिए हम सभी को साथ आकर अपनी सरकार लाने के लिए प्रयास करना होगा। आपका क्रंदन सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रहा है। इसलिए आप सभी को साथ लाकर अपनी सरकार बनानी होगी। आप की मांग को हम स्वीकार करेंगे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सियासी लोगों को कितनी पेंशन मिलती है और आप लोगों को कितनी पेंशन मिलती है? इस अंतर से आप लोग वाकिफ हैं। सरकार आप लोग चलाते हैं। कोरोना काल में आपने काम किया, इसलिए यह राज्य बचा। सरकार भले ही योजना बनाती है लेकिन उन योजनाओं को घर-घर जाकर लागू आप लोग करते हैं। यदि आप साथ नहीं दें तो कोई सरकार रही नहीं सकती।
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शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर तंज कसते हुए कहा कि बहन को पता ही नहीं चलता कि भाई कौन है? हर कोई कह रहा है कि मैं ही तुम्हारा भाई हूं लेकिन भाई नहीं ये सब मुफ्त खोर हैं। ये सब जनता के पैसों पर मुफ्तखोरी करने वाले लोग हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे सत्ता की चिंता नहीं है। मुझे जनता की चिंता है। राज्य के हर परिवार की चिंता है। सत्ता आती-जाती है। गई हुई सत्ता को हम निश्चित तौर पर वापस लाएंगे। सरकार अब जानेवालों में शामिल हो गई है। इसलिए उनसे पेंशन कैसी, उन्हें टेंशन देने का वक्त आ गय़ा है। जोड़ तोड़ की राजनीति चल रही है। इसलिए हम सभी को एक रहना होगा।