उद्धव ठाकरे व हिलाल माली (सोर्स: सोशल मीडिया)
धुले: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव होने है। सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। कुछ ही सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है। ऐसे में नाराज नेताओं के पाला बदलने का दौर जारी है। धुले ग्रामीण सीट पर महाविकास आघाड़ी ने कांग्रेस के कुणाल पाटिल को टिकट दिया। इससे शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। नाराज शहर प्रमुख हिलाल माली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे शिवसेना (यूबीटी) के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। और 29 अक्टूबर को धुले ग्रामीण विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भरेंगे।
हिलाल माली ने कहा कि “शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे और मेरी भी इच्छा के विरुद्ध मैं निर्णय ले रहा हूं। पिछले विधानसभा चुनाव में पहले मुझे धुले ग्रामीण की सीट से लड़ने का आश्वासन दिया गया था लेकिन भाजपा ने उस सीट को लिया और बदले में धुले शहर की सीट दी। तब उस सीट को देते समय मैंने वादा की थी कि जो भी उम्मीदवार देंगे, मैं उनकी मदद करूंगा।”
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हिलाल माली ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मुझे दस इच्छुक लोगों के बावजूद धुले शहर की उम्मीदवारी दी, लेकिन अगले ही दिन बीजेपी ने एक निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा कर दिया। हिलाल माली ने शिवसेना के सभी पदों से इस्तीफा देने और मंगलवार को धुले ग्रामीण विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भरने की घोषणा की।
उद्धव गुट के नेता हिलाल माली ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुझे अकेला कर दिया और सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया, निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन किया। इससे वोटों का विभाजन हुआ और कांग्रेस के कुणाल पाटिल चुनाव जीत गए थे।
हिलाल माली ने कहा कि 2019 बीजेपी और शिवसेना के अंदरूनी विवाद के कारण धुले ग्रामीण में कांग्रेस के कुणाल पाटिल ने जीत दर्ज की थी। लेकिन उसके बाद महाविकास अघाड़ी के माध्यम से कुणाल पाटिल ने स्थानीय प्रशासन हो या कोई अन्य मुद्दा, न्याय नहीं दिया।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान माली ने कहा बताया कि लोकसभा चुनाव में भी सांसद डॉ. शोभा बच्छाव के लिए गांव-गांव घूमीं। अब भी महाविकास अघाड़ी ने यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी है। इससे शिवसैनिक परेशान हैं। मैं हमेशा राजनीति का शिकार क्यों बनता रहा? इस सवाल ने मुझे हर पहलू से सोचने पर मजबूर किया।
उद्धव ठाकरे गुट के नेता हिलाल माली ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि यह निर्णय लेते हुए मुझे बहुत दुख हुआ। मैंने अपने पत्र में लिखा है कि मैं उद्धव ठाकरे से माफी चाहता हूं। इसके अलावा, हिलाल माली ने स्पष्ट किया कि जनता के आग्रह के कारण उन्होंने धुले ग्रामीण से निर्दलीय उम्मीदवार बनने का निर्णय लिया है।