
दिल्ली महिला सम्मान योजना
नई दिल्ली : दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेशनल कनवेनर अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पूरी जी-जान लगा दिए है। 2025 के शुरुआत में ही यहां विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में आप दिल्ली में पिछले महीने से पदयात्राएं भी शुरू कर रखी है।
इसी बीच दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल ने अपनी ‘महिला सम्मान योजना’ का पहला रजिस्ट्रेशन सोमवार (23 दिसंबर) को खुद किया। रजिस्ट्रेशन के लिए वह अपनी विधानसभा सीट नई दिल्ली के किदवई नगर पहुंचे और एक घर में जाकर महिलाओं का रजिस्ट्रेशन करने का काम किया।
बता दें, पूर्व सीएम केजरीवाल ने अपनी विधानसभा सीट नई दिल्ली के किदवई नगर पहुंचकर महिलाओं से वोटर आईडी कार्ड मांगा और बताया कि इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को दिल्ली का वोटर होना जरूरी है। दिल्ली के पूर्व सीएम ने महिलाओं से रजिस्ट्रेशन के लिए दिए गए नंबर पर मिस कॉल करने को कहा। ऐसे में महिलाओं के मिस कॉल करने पर उनके मोबाइल में रजिस्ट्रेशन कोड का एक एसएमएस आ गया और इस तरीके से महिला सम्मान योजना का लाइव रजिस्ट्रेशन कर केजरीवाल ने इस योजना का पहला फॉर्म डाला।
आपको बताते चलें कि अरविंद केजरीवाल ने दावा है की दिल्ली में महिला सम्मान योजना के तहत 35 से 40 लाख महिलाओं को इसका फायदा मिलने वाला है। इसके साथ ही संजीवनी योजना के तहत लगभग 10-15 लाख बुजुर्गों को इसका फायदा मिलेगा।
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ध्यान देने वाली बात यह है कि दिल्लाी की मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी समेत दिल्ली सरकार के कई मंत्री और आम आदमी पार्टी के बड़े नेता दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घर-घर पहुंचकर लोगों का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत आज (23 दिंसबर) को पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने की है।
अगर हम पिछले कुछ चुनावों के ट्रेंड को देखें, तो मध्य प्रदेश से लेकर झारखंड तक के सरकार को महिला सम्मान योजना का लाभ देखने को मिला है। सरकारें इसलिए भी महिलाओं को लुभाने का काम कर रही है, क्योंकि किसी भी चुनाव में पुरुषों से ज्यादा एक्टिव महिलाएं रहती हैं। इसके साथ ही इनका वोटिंग प्रसेंटेज भी पुरुषों के मुकाबले कई गुना ज्यादा देखने को मिलता है। खैर ये सब तो डीबेट डिस्कशन की बातें हैं। फिलहाल, महिला सम्मान योजना का लाभ इन दिनों सरकारों के लिए रामबाण साबित हो रहा है। दिल्ली में आप सरकार की वापसी होगी या फिर दिल्ली का ताज किसी और के सिर सजेगा, ये तो चुनाव आयोग के नतीजे आने के बाद ही पता चल पाएगा।






