प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Medical Education News: महाराष्ट्र में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कट-ऑफ इस वर्ष काफी नीचे रहा है। प्रवेश के लिए पहली मेरिट सूची घोषित कर दी गई जिसमें सरकारी कॉलेजों में प्रवेश के लिए ओपन कैटेगरी का कट-ऑफ इस वर्ष घटकर 509 अंक रह गया। पिछले वर्ष सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए कट-ऑफ 642 अंक तक पहुंच गया था, जबकि इस वर्ष निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए कट-ऑफ भी घटकर 479 अंक रह गया है।
राज्य में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 64 कॉलेजों की 8,138 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया संचालित की जा रही है। इस वर्ष सरकारी कॉलेजों के साथ-साथ निजी कॉलेजों के कट-ऑफ में भी काफी कमी आई है।
कोरोना के बाद नीट परीक्षा का कठिनाई स्तर कम कर दिया गया था। इस वर्ष कठिनाई स्तर कोरोना से पहले जैसा ही रखा गया था और एक ही प्रश्न के उत्तर विकल्प कुछ हद तक समान दिए गए थे, इसलिए छात्रों को उन प्रश्नों को हल करने में अधिक समय लगाना पड़ा।
विशेषज्ञों ने पहले ही कट-ऑफ गिरने की संभावना जताई थी क्योंकि छात्रों को पेपर कठिन लगा था। पिछले साल राज्य में एमबीबीएस प्रवेश के लिए कट-ऑफ अधिक थी। इसका कारण नीट परीक्षा का आसान प्रश्नपत्र बताया गया था।
विशेषज्ञों ने कहा था कि अधिकांश छात्रों को भौतिकी का पेपर कठिन लगा। एमबीबीएस का कट-ऑफ कम होने का सीधा असर डेंटल, आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी और फिजियोथेरेपी पर भी होगा। पिछले वर्ष बीएएमएस के लिए सरकारी कॉलेजों में 500 अंकों की जरूरत थी। इस बार कट-ऑफ कम होगा।
अभियांत्रिकी प्रथम वर्ष प्रवेश के 2 राउंड पूरे होने के बाद कुल 64,841 विद्यार्थियों के प्रवेश निश्चित हुए हैं। अब तीसरे राउंड की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसकी मेरिट सूची 21 अगस्त को जारी की जाएगी। बीई/बीटेक पाठ्यक्रम के लिए दूसरे राउंड में 1,83, 760 सीटें उपलब्ध थीं।
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इन सीटों के लिए राज्य में 1,89,277 छात्रों ने ऑप्शन भरा था। इनमें से 1, 62,205 विद्यार्थियों को प्रवेश अलॉट किए गए, जबकि 21, 555 सीटें अब भी खाली थीं। दूसरे राउंड में ऑटो फ्रिज प्रवेश करने वालों की संख्या 14,016 रही।
पहले राउंड में 34,931 और दूसरे राउंड में 29,910 सहित कुल 64,841 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अब भी 1,18,919 सीटें खाली हैं। जिन छात्रों ने सीट कंफर्म नहीं की है अब उनके लिए तीसरा राउंड महत्वपूर्ण होगा।