
सेंसेक्स-निफ्टी की सपाट शुरुआत के बाद बाजार लाल निशान में फिसला (सोर्स-सोशल मीडिया)
Precious Metals Record Highs: भारतीय शेयर बाजार में आज निफ्टी की वीकली एक्सपायरी के दिन उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरे और लाल निशान के बीच झूलने के बाद गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं।
आईटी सेक्टर में आई बड़ी बिकवाली ने बाजार के सेंटीमेंट को कमजोर किया है, जिससे प्रमुख इंडेक्स दबाव में नजर आ रहे हैं। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) की लगातार खरीदारी और कमोडिटी बाजार में सोने-चांदी की रिकॉर्ड तेजी निवेशकों का ध्यान खींच रही है।
आज बाजार की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ हुई थी, लेकिन जल्द ही बिकवाली हावी हो गई। सेंसेक्स करीब 55 अंकों की गिरावट के साथ 85,512 के स्तर पर और निफ्टी 14 अंक नीचे 26,158 के आसपास कारोबार करता दिखा।
सबसे ज्यादा दबाव आईटी इंडेक्स पर दिखा, जिसमें 1.2% की गिरावट दर्ज की गई। इन्फोसिस, टीसीएस (TCS) और एचसीएल टेक (HCL Tech) जैसे दिग्गज शेयर टॉप लूजर्स की लिस्ट में शामिल रहे। दूसरी ओर, कोल इंडिया और ओएनजीसी (ONGC) जैसे एनर्जी शेयरों ने बाजार को सहारा देने की कोशिश की।
शेयर बाजार की सुस्ती के उलट कमोडिटी बाजार में जबरदस्त उबाल है। घरेलू बाजार में सोना 1,36,820 रुपए के नए लाइफ-टाइम हाई पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी ने भी 2,14,583 रुपए का ऑल-टाइम हाई बनाया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गोल्ड पहली बार 4500 डॉलर के पार निकल गया है। बेस मेटल्स जैसे कॉपर और एल्युमीनियम में भी जोरदार तेजी बनी हुई है, जो वैश्विक मांग में सुधार का संकेत है।
कॉरपोरेट जगत की बड़ी खबर सीमेंट सेक्टर से आई है। अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) के बोर्ड ने एसीसी (ACC) और ओरिएंट सीमेंट के मर्जर को मंजूरी दे दी है। इस सौदे के बाद सीमेंट बाजार में अंबुजा सीमेंट की पकड़ और मजबूत होगी।
इसके अलावा, नवंबर के कोर सेक्टर के आंकड़ों में भी सुधार दिखा है। सीमेंट, स्टील और कोयला उत्पादन बढ़ने से कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट -0.1% से बढ़कर 1.8% पर पहुंच गई है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं।
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विदेशी निवेशकों (FIIs) ने कैश सेगमेंट में 457 करोड़ रुपये की हल्की बिकवाली की है, लेकिन डेरिवेटिव्स मार्केट में उनकी 3361 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी बाजार के लिए राहत की बात है। वहीं, घरेलू निवेशकों (DIIs) का भरोसा अटूट बना हुआ है।
उन्होंने लगातार 81वें दिन बाजार में खरीदारी जारी रखते हुए करीब 4058 करोड़ रुपये का निवेश किया है। डोमेस्टिक फ्लो फिलहाल बाजार को गिरने से बचाने के लिए सबसे बड़ा ढाल बना हुआ है।






