रियल एस्टेट सेक्टर (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : भारत के रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर एक बड़ी खबर आ रही हैं। देश के 8 मुख्य शहरों में मजबूत डिमांड और कच्चे माल की उच्च लागत के चलते अक्टूबर से दिसंबर तक की तिमाही में घरों की कीमतों में औसतन 10 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
रियल एस्टेट निकाय क्रेडाई, रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स और डेटा विश्लेषक कंपनी लियासेस फोरास की मंगलवार को जारी ज्वाइंट रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर में अक्टूबर से दिसंबर, 2024 में आवास कीमतें सालाना आधार पर सबसे ज्यादा 31 प्रतिशत बढ़ीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिलचस्प बात यह है कि साल 2021 से शुरू होकर लगातार 16वीं तिमाही में औसत आवास कीमतें बढ़ रही हैं। सभी 8 प्रमुख शहरों में कीमतों में बढ़ोतरी साफ दिख रही है। क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा है कि आवास की कीमतों में लगातार बढ़त मकान खरीदने वालों के बीच मजबूत आत्मविश्वास को रेखांकित करती है। हालांकि, बदलती प्राथमिकताएं और लाइफस्टाइल में सुधार प्रमुख प्रेरक बने हुए हैं, लेकिन कंस्ट्रक्शन और भूमि अधिग्रहण में लागत दबाव भी मूल्य निर्धारण प्रवृत्तियों पर दबाव बना रहे हैं।
कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ बादल याग्निक का मानना है कि साल 2025 में टॉप 8 शहरों में एवरेज कीमतों में इसी तरह की बढ़त देखी जा सकती है। याग्निक ने कहा है कि रेपो रेट में और कमी की गुंजाइश के साथ, ज्यादातर शहरों में सभी कैटेगरी में हाउजिंग सेल्स में बढ़त देखने को मिल सकती है। इससे साल 2025 में औसत रेसिडेंशियल प्राइस सालाना आधार पर संभावित रूप से समान स्तर पर बढ़ सकती हैं।
लियासेस फोरास के प्रबंध निदेशक पंकज कपूर ने कहा कि पिछली तिमाही में नई पेशकश में थोड़ी कमी की वजह से सेल्स में मामूली गिरावट देखी गई। कपूर ने कहा है कि हमें भविष्य में किफायती और मिडियम कैटेगरी की सप्लाई और सेल्स में बढ़त की उम्मीद है, जिससे सप्लाई की संरचना बदल जाएगी, जो पिछले 4 साल से लक्जरी या आलीशान श्रेणी की ओर झुकी हुई है।
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रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर, 2024 में दिल्ली-एनसीआर में कीमतें सालाना आधार पर 31 प्रतिशत, बेंगलुरु में 23 प्रतिशत, चेन्नई में 6 प्रतिशत, हैदराबाद में 2 प्रतिशत, कोलकाता में 1 प्रतिशत, मुंबई महानगर क्षेत्र यानी एमएमआर में 3 प्रतिशत, पुणे में 9 प्रतिशत बढ़ीं।