भाविश अग्रवाल (सौजन्य : एक्स)
नई दिल्ली : देश की ईवी बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शामिल ओला इलेक्ट्रिक की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। अब देश की जनता का इस कंपनी के प्रति गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। कंपनी ग्राहकों के द्वारा की जाने वाली शिकायतों का ठीक से निपटारा नहीं कर पाने से परेशानी सामने कर रही है। अब ग्राहकों ने इसकी शिकायत करने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण यानी सीसीपीए का रुख कर लिया है। ग्राहकों की इन शिकायतों पर एक्शन लेते हुए सीपीपीए ने भाविश अग्रवाल की ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
कंपनी ने सोमवार को दिए अपने बयान में कहा है कि केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण यानी सीसीपीए ने कंस्यूमर्स राइट के कथित उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार प्रथाओं के लिए ओला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसका जवाब देने के लिए कंपनी को सीसीपीए ने 15 दिनों का समय दिया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि सीसीपीए को कंपनी के खिलाफ ग्राहकों को 10000 से भी ज्यादा कंप्लेंट दर्ज हुई है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के को फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल और स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जुबानी जंग जारी है। इसके बाद से ही कंपनी के शेयर पर भी इसका असर होता हुआ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि सोमवार को बीएसई पर ओला के शेयर 8% गिरकर 90.82 रुपये के दाम पर आ गए है। ये विवाद का संबंध ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटरों की सर्विस से जुड़ा था। दरअसल ये विवाद तब शुरू हुआ जब कॉमेडियन कुणाल कामरा ने ओला डीलरशिप की तस्वीर के साथ एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें सर्विस सेंटर के बादर कई ईवी धूल खाती हुई नजर आ रही है। कुणाल ने अपनी इस पोस्ट में आगे केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी टैग करते हुए लिखा है कि, “क्या आप इसी तरह ईवी का उपयोग बढ़ाना चाहते है ? साथ ही उन्होंने इस पोस्ट में उपभोक्ता मामलों से जुड़े विभाग जागो ग्राहक जागो को भी टैग करके लिखा है कि ‘कोई जवाब?’ । इसके अलावा उन्होंने ओला इलेक्ट्रिक में आ रही परेशानियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करने के लिए जनता से अनुरोध किया है।
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