तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव, फोटो - सोशल मीडिया
पटना : बिहार में इस साल महज कुछ महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होना है। बिहार चुनाव से पहले ही आरजेडी में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। दरअसल, राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को पार्टी से 6 सालों के लिए निकाल दिया है। इतना ही नहीं लालू यादव ने बड़े बेटे को परिवार से दूर रहने के लिए भी कह दिया है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह सब ऐसे वक्त में हुआ है, जब बिहार में चुनावी हलचल काफी जोरों पर है। पार्टी से तेज प्रताप के निष्कासन पर छोटे भाई तेज्सवी यादव का पहला रिएक्शन सामने आया है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि हमें भी ऐसी चीजें पसंद नहीं हैं और पार्टी के प्रमुख और मेरे पिता लालू यादव ने जो फैसला लिया है, हम उसके साथ हैं। तेजास्वी यादव ने कहा कि राजनीति और निजी जीवन अलग-अलग चीजें हैं। वह (तेजप्रताप यादव) मेरे बड़े भाई हैं और वह अपने निजी जीवन में क्या निर्णय लेते हैं, यह उन्हीं पर निर्भर है, मुझे उससे क्या लेना-देना। उनके फैसले से होने वाले नफा-नुकसान के बारे में उन्हें सब पता है।”
#WATCH | Kolkata | “…We also don’t like such things, and what decision Lalu Yadav, that party’s chief and my father, has taken, we are with that. Politics and personal life are different. He (Tej Pratap Yadav) is my big brother, and what decisions he makes in his personal life… pic.twitter.com/EUxNXitKnq — ANI (@ANI) May 25, 2025
Explained: बेटे पर कार्रवाई से सियासत में भूचाल, जानिए तेज प्रताप को RJD से क्यों निकाला गया?
तेज प्रताप यादव बिहार सरकार में पूर्व में पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उनका कार्यकाल भी हमेशा विवादों और अजीबोगरीब बयानों के लिए चर्चा में रहा। कभी भगवान कृष्ण का रूप धारण कर गीता का पाठ करने वाले तेज प्रताप, तो कभी जलेबी तलते नजर आए। हाल ही में उन्होंने होली के वक्त एक पुलिस वाले को ठुमका लगाने को कहा था, जिससे बिहार की सियासत में काफी भूचाल आ गया था। उनके कई बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी की छवि को बार-बार नुकसान पहुंचाने का काम किया है।