
सुधांशु त्रिवेदी और राहुल गांधी (सौ. सोशल मीडिया)
BJP MP Sudhanshu Trivedi: कांग्रेस सांसद और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर जिले के सकरा से चुनाव प्रचार का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को छठ पूजा से कोई लेनादेना नहीं, उन्हें केवल ड्रामा करना है। जिसके बाद भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अपने विदेशी दौरों के दौरान भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने के बाद बुधवार को बिहार में राहुल गांधी ने भारतीय संस्कृति के प्रमुख त्योहारों में से एक छठ पूजा के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। यह उनका निंदनीय बयान है।
भाजपा नेता ने कहा कि जो कुछ महागठबंधन और राहुल गांधी कर रहे हैं, ये कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी राहुल गांधी ने प्रयागराज महाकुंभ में ‘गंदा पानी’ शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने अयोध्या में ‘राम मंदिर’ के उद्घाटन को नाच-गान के रूप में देखा था, और आज उन्हें छठ पर्व पर ड्रामा नजर आ रहा है। यह उनकी भारतीय संस्कृति विरोधी, हिंदू संस्कृति विरोधी और बिहार के महापर्व के प्रति उनके मन में जो तिरस्कार है, उसको दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि यह कोई ड्रामा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी शुद्ध शाकाहारी हैं और नवरात्रि पर व्रत रखते हैं। ड्रामा वो है जो आप और आपके साथ वाले दल करते हैं। आपके साथ के दल कॉन्फ्रेंस करके हिंदू धर्म के समूल नाश की बात करते हैं। आप कहते हैं कि हिंदू धर्म की शक्ति से लड़ना है। आप अपनी जाति नहीं, गौत्र बताते हैं, ये होता है ड्रामा। इससे पहले भाजपा नेता ने महागठबंधन पर हमला बोला था, बल्कि लालू प्रसाद यादव के परिवार पर भी तंज कसा था।
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सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव, जो कभी खुद को गरीब-गुरबा का नेता बताते थे, अब अपने ही परिवार में नेतृत्व को लेकर उलझे हुए हैं। उनके सामने दुविधा है, इस बेटवा का नेता बनूं या उस बेटवा का, इस बिटिया का नेता बनूं या उस बिटिया का। बिहार की जनता सब देख रही है, कौन सत्ता के लिए लड़ रहा है और कौन जनता की सेवा के लिए।
बता दें कि, राहुल ने आरोप लगाया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं। उन्होंने दिल्ली में यमुना के किनारे छठ पूजा के आयोजन का हवाला देते हुए कहा कि एक तरफ यमुना नदी में गंदा पानी था और बगल में साफ पानी का तालाब बनाया गया था, ताकि प्रधानमंत्री उसमें नहाकर ‘ड्रामा’ कर सकें, जबकि उन्हें छठ पूजा से कोई लेनादेना नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब पूरे हिंदुस्तान को पता चल गया तो प्रधानमंत्री मोदी छठ पूजा के इस आयोजन में नहीं गए। प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं।






