बिहार में भारत बंद का प्रभाव (सोर्स:-सोशल मीडिया)
पटना: सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुसूचित जाति (एससी) व अनुसूचित जनजाति(एसटी) की प्राणाली में क्रीमी लेयर के फैसले के विरोध में आज पूरे देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ। जहां देशभर में यातायात के साथ-साथ कई सारी चिजें प्रभावित रही। लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव बिहार में देखने को मिला।
बिहार में विभिन्न दलित एवं आदिवासी संगठनों द्वारा बुधवार को आहूत भारत बंद के दौरान रेल और सड़क जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार की। प्रदर्शनकारियों ने दरभंगा और बक्सर रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित करने के साथ ही पटना, वैशाली, दरभंगा, जहानाबाद और बेगूसराय जिलों में कई स्थानों पर कुछ राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात को अवरुद्ध करने की कोशिश की। उन्हें रोकने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
बिहार में हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने कहा डाक बंगला चौराहे पर यातायात को अवरुद्ध करने और पुलिस द्वारा लगाये गये अवरोधक को हटाने पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज किया। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।” जहानाबाद जिले में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-83 पर यातायात अवरुद्ध कर दिया। उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई झड़प के बाद पांच लोगों को हिरासत में लिया गया।
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पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) सरस्वती चंद्रा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सुबह कुछ समय के लिए आरा, चौसा (बक्सर), दरभंगा, बेगूसराय और राजगीर में रेल यातायात को बाधित किया। प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक और स्टेशनों से हटाकर स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया गया और अब ट्रेनों की आवाजाही सामान्य है। इस बीच बुधवार को ही राज्य के कई जिलों में केंद्रीय कॉन्स्टेबल चयन बोर्ड (सीएसबीसी) पुलिस की विभिन्न इकाइयों में सिपाही पद के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने पहले पुलिस को निर्देश दिया था कि वे उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्रों तक सुचारू रूप से पहुंचाएं।
मिली जानकारी के अनुसार बंद के दौरान मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, सारण, बेगूसराय, हाजीपुर, पूर्णिया में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर यातायात को अवरुद्ध करने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें तुरंत तितर-बितर कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने इन जिलों में कई जगहों पर टायर भी जलाए और यातायात को अवरुद्ध करने की कोशिश की।
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वहीं भारत बंद को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और उनके समर्थक भी उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के विरोध में पटना और अन्य जगहों पर सड़कों पर उतरे, जिसके बारे में जानकारी देते हुए यादव ने कहा केंद्र की राजग सरकार अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों को आरक्षण के खिलाफ है। केंद्र इन समुदायों को दिया जाने वाला आरक्षण छीनना चाहता है। दरभंगा और बक्सर रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए एवं कुछ समय के लिए बिहार संपर्क क्रांति और फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया।