Delhi Lok Adalat में क्या हो सकता है। (सौ. Pixabay)
Pending E-Challan: 13 सितंबर 2025 को होने वाली National Lok Adalat 2025 वाहन मालिकों के लिए बड़ी राहत लेकर आ रही है। इस पहल का उद्देश्य लंबित ट्रैफिक चालानों को निपटाना और अदालतों पर बढ़ते बोझ को कम करना है। सरकार की यह योजना छोटे-मोटे ट्रैफिक विवादों को अदालतों से बाहर ही सुलझाने का सरल और त्वरित माध्यम प्रदान करती है।
लोक अदालत मुख्य रूप से साधारण ट्रैफिक उल्लंघनों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इनमें शामिल हैं:
इन मामलों में वाहन मालिकों को जुर्माने में कटौती या पूर्ण माफी का लाभ मिलेगा।
गंभीर अपराध लोक अदालत के दायरे में नहीं आएंगे। इनमें शामिल हैं:
इन मामलों पर सख्त कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।
दिल्ली में 13 सितंबर को लोक अदालत आयोजित की जाएगी। लंबित चालान सुलझाने के लिए यह प्रक्रिया अपनाएं:
लोक अदालत सुनवाई दिल्ली की प्रमुख अदालतों में होगी: तिहाड़, रोहिणी, द्वारका, करकड़डूमा, साकेत, पटियाला हाउस और राउज़ एवेन्यू कोर्ट। इसके अलावा दिल्ली हाई कोर्ट, जिला उपभोक्ता आयोग और स्थायी लोक अदालतें भी इस प्रक्रिया में शामिल होंगी।
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राष्ट्रीय लोक अदालत 2025 न केवल वाहन मालिकों के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि यह अदालतों में पेंडिंग मामलों को कम करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। जो लोग अपने लंबित चालान निपटाना चाहते हैं, उनके लिए यह अवसर बेहद कारगर साबित हो सकता है।