व्लोदिमिर जेलेंस्की, डोनाल्ड ट्रंप व व्लादिमीर पुतिन (सोर्स- सोशल मीडिया)
मॉस्को: डर सबको लगता है…गला सबका सूखता है…अरे नहीं! आप ग़लत सोच रहे हैं। हम माउंटेन ड्यू का एड नहीं कर रहे बल्कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ताजा हाल बयां कर रहे हैं, जो कि अपने बेबाक अंदाज और एटीट्यूड के लिए जाने जाते हैं। पर अब वो बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। जिसके पीछे EU यानी यूरोपियन यूनियन के बैन वजह बने हुए हैं।
यूक्रेन को पटखनी दिए बिना चैन की सांस न लेने का इरादा रखने वाले पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सोमवार को दो घंटे से भी ज्यादा देर तक फोन पर बातचीत की। राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन से हुई बातचीत को सकारात्म भी बताया और कहा कि वे युद्ध विराम की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर, जेलेंस्की ने पुतिन के युद्ध विराम के इरादों पर संदेह जताया है।
2 घंटे से ज्यादा की इस बातचीत के बाद पुतिन ने कहा कि सीधी बातचीत की प्रक्रिया को देखते हुए कहा जा सकता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सही समझौते हो जाते हैं तो रूस और यूक्रेन के बीच कुछ समय के लिए युद्ध विराम संभव है। हालांकि युद्ध विराम को लेकर पुतिन का रुख बदला हुआ नजर आ रहा है।
पुतिन के इस बदले हुए रुख के पीछे की वजह मंगलवार को यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा रूस पर लगाए जाने वाले नए प्रतिबंध माने जा रहे हैं। इन नए प्रतिबंधों के तहत यूरोपियन यूनियन 200 रूसी जहाज, 30 कंपनियां और 75 संगठन या लोगों पर बैन लगा सकता है।
पुतिन से बातचीत के बाद ट्रंप ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि रूस इस “रक्तपात” के खत्म होने के बाद अमेरिका के साथ उच्च स्तरीय व्यापार करना चाहता है और मैं भी इस बात से सहमत हूं। रूस के लिए व्यापार बढ़ाकर बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने का बेहतरीन अवसर है। इसकी संभावनाएं असीमित हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जल्द ही बातचीत शुरू होगी।
व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच तीखी नोकझोंक के बाद युद्ध विराम वार्ता टलती नजर आई। हालांकि ट्रंप ने एक बार फिर इसको लेकर पहल की है, जिसके लिए पुतिन ने उनका आभार भी जताया है। युद्ध विराम को लेकर ट्रंप और पुतिन के बीच अब तक 3 बार बातचीत हो चुकी है।
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पहली बातचीत फरवरी में, दूसरी बार मार्च में और तीसरी बार मई में हुई थी, जो सबसे लंबी रही है। इस बातचीत के बाद पूरी दुनिया में माना जा रहा है कि जल्द ही युद्ध विराम समझौते होंगे और 3 साल से चल रहा यह युद्ध खत्म हो जाएगा। ऐसे में देखना होगा कि ट्रंप की यह बातचीत और प्रयास कितनी सफलता दिला पाते हैं।
ट्रंप ने कहा कि पुतिन से बातचीत के तुरंत बाद उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और फ़िनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब को इस बातचीत के बारे में जानकारी दी।
रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए कई बार बातचीत हो चुकी है। कभी पुतिन की तो कभी ज़ेलेंस्की की नाराज़गी की वजह से अब तक यह युद्ध विराम नहीं हो पाया है। पिछले दिनों इस्तांबुल में हुई बातचीत से पुतिन ने खुद को अलग कर लिया था, जिसके बाद कई देशों ने इस पर नाराज़गी जताई थी। साथ ही कार्रवाई या प्रतिबंध लगाने की बात भी कही थी।
ट्रंप और पुतिन के बीच हुई इस बातचीत की टाइमिंग को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह बातचीत यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा रूस पर लगाए जाने वाले प्रतिबंधों से कुछ घंटे पहले ही हुई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 16 मई को तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल नहीं हुए थे। यही वजह है कि उन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी और इसके लिए मंगलवार तक का अल्टीमेटम दिया गया था।