तालिबान के प्रमुख नेता सुहैल शाहीन, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
काबुल: अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान के प्रमुख नेता सुहैल शाहीन ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। उन्होंने अपने बयान में पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि इस घटना के जिम्मेदारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
22 अप्रैल को हुए इस हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें 28 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और भी अधिक बढ़ गया है।
तालिबान के दोहा स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख और अफगानिस्तान के लिए कतर में नामित प्रतिनिधि सुहैल शाहीन ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तीखी आलोचना की है। स्पुतनिक इंडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस घटना की गहराई से जांच की जानी चाहिए ताकि वास्तविक अपराधियों का पता लगाकर उन्हें सजा दिलाई जा सके।
तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने पहलगाम हमले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम रखने के प्रयासों को नुकसान पहुंचाती हैं। बल्खी ने यह भी ज़ोर दिया कि ऐसे हमलों के जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को दोहराया न जा सके। तालिबान द्वारा भारत के समर्थन में दिया गया यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल के दिनों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में तनातनी देखी गई है।
विदेश से जुड़ी अन्य सभी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। दोनों देशों की ओर से तीखे बयान दिए जा रहे हैं और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने शिमला समझौते को रद्द करने की बात कही है।
वर्तमान हालात को देखते हुए, दोनों देशों के बीच हालात युद्ध जैसे प्रतीत हो रहे हैं। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ माना जाता है। हालांकि, पाकिस्तान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि भारत बिना किसी ठोस सबूत के इस्लामाबाद पर आरोप लगा रहा है।