युद्ध अभ्यास की सांकेतिक फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
ताइपेः चीन ने ताइवान पर आरोप लगाया है कि वह दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों के प्रयासों को कमजोर कर रहा है। चीन का कहना है कि ताइवान बातचीत से इनकार कर रहा है और तनाव को बढ़ा रहा है। जिसके जवाब में ताइवान के एक अधिकारी ने कहा कि चीन की सैन्य गतिविधियाँ तनाव का मुख्य कारण हैं।
ताइवान ने कहा है कि चीन को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि उसके प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा, जब तक की उसकी सेना ताइवान के खिलाफ उकसाने वाली गतिविधियाँ बंद नहीं करती।
ताइपे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर में होने वाले ट्विन सिटी फ़ोरम में देरी के लिए ताइवान ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है। ताइवान की मुख्य भूमि मामलों की परिषद (MAC) के अनुसार, यह देरी ताइवान की ओर से किसी रुकावट की वजह से नहीं हुई, बल्कि चीन द्वारा अपनी अतिथि सूची को समय पर अंतिम रूप न देने के कारण हुई है।
चीन ने एक फोरम के लिए 100 से ज्यादा लोगों की सूची भेजी थी, जिसमें ताइवान ने 90% से ज्यादा लोगों को आने की मंजूरी दी। लेकिन कुछ लोगों को अनुमति नहीं मिली, जो चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय से जुड़े थे। यह कार्यालय “ताइवान स्वतंत्रता” के खिलाफ बीजिंग की 22 दिशानिर्देशों वाली नीति को लागू करता है, जिसे जून 2023 में शुरू किया गया था।
ताइपे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान के एक अधिकारी ने बताया कि ताइवान लंबे समय से चीन में समूह यात्राओं पर प्रतिबंध हटाना चाहता था, लेकिन चीन के 22 दिशानिर्देशों के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका।
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हालांकि, कई ताइवानी लोग अब भी स्वतंत्र रूप से चीन की यात्रा का तरीका ढूंढ लेते हैं। ताइवान का कहना है कि वह बीजिंग के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अगर चीन बातचीत के लिए तैयार होता है या सकारात्मक कदम उठाता है, तो ताइवान समूह यात्रा प्रतिबंध पर फिर से विचार करने और दोनों देशों के संबंध सुधारने के लिए तैयार है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय (MND) ने बताया कि चीन की सेना (PLA) के 15 लड़ाकू विमान और नौसेना (PLAN) के 8 जहाज ताइवान के नज़दीक देखे गए। इनमें से 14 विमान ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा पार कर ताइवान के दक्षिण-पश्चिमी वायु रक्षा क्षेत्र (ADIZ) में प्रवेश कर गए।
एमएनडी ने कहा, “ताइवान के आस-पास 15 पीएलए विमान और 8 पीएलएएन जहाज़ आज सुबह 6 बजे (यूटीसी+8) तक देखे गए,” उन्होंने आगे कहा कि ताइवान की सेना स्थिति पर नज़र रख रही है और ज़रूरत के अनुसार कार्रवाई कर रही है।
संबंधित घटनाक्रम में, ताइवान के सशस्त्र बलों ने सुबह 4:00 बजे (यूटीसी+8) शीचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से चीन द्वारा किए गए उपग्रह प्रक्षेपण पर नजर रखी। रॉकेट का रास्ता मध्य ताइवान से होकर गुज़रा, लेकिन इससे कोई खतरा नहीं हुआ। फिर भी, ताइवान की सेना पूरे ऑपरेशन के दौरान सतर्क रही।
इससे पहले, ताइवान के रक्षा मंत्रालय (MND) ने बताया था कि सात चीनी सैन्य विमान और सात जहाज ताइवान के पास देखे गए। इनमें से छह विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा पार कर ताइवान के दक्षिण-पश्चिम और पूर्वी वायु रक्षा क्षेत्र (ADIZ) में घुस गए थे।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय (MND) ने रणनीतिक इलाकों में युद्ध-तैयारी अभ्यास शुरू किया है। इसके लिए ताइवान तटरक्षक बल के साथ मिलकर काम कर रहा है। तनाव की मुख्य वजह ताइवान का खुद को एक स्वतंत्र देश मानना है, जिसकी अपनी सरकार, सेना और अर्थव्यवस्था है। दूसरी ओर, चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और “एक चीन” नीति के तहत इसे फिर से जोड़ने की कोशिश करता है।
यह विवाद चीनी गृहयुद्ध के समय शुरू हुआ था, जब कम्युनिस्ट पार्टी के जीतने के बाद रिपब्लिक ऑफ चाइना (ROC) सरकार ताइवान में बस गई थी। तब से दोनों पक्षों के बीच तनाव जारी है। वहीं, चीन ताइवान को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ताइवान अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने पर अड़ा हुआ है। ताइवान की इस स्थिति को वहां के लोगों का बड़ा समर्थन प्राप्त है।