यूक्रेन पर रूस का हमला, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Russia Attack On Ukraine: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वाशिंगटन में होने वाली मुलाकात से पहले रूस ने एक बार फिर यूक्रेन को निशाना बनाया है। इसकी जानकारी खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया के जरिए दी। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि वाशिंगटन में शांति को लेकर चर्चा से पहले रूस ने जानबूझकर हमला किया। हम राष्ट्रपति ट्रंप के साथ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि इस बैठक में यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, फिनलैंड, यूरोपीय संघ और नाटो के नेता शामिल होंगे। सभी शांति और सुरक्षा चाहते हैं, लेकिन रूस खार्किव, जापोरिज्जिया, सूमी और ओडेसा पर हमले कर रहा है। वह घर और बुनियादी ढांचे नष्ट कर रहा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि खार्किव में ड्रोन हमले से सात लोग मारे गए, जिनमें डेढ़ साल की बच्ची भी शामिल है। जापोरिज्जिया में मिसाइल हमले से तीन की मौत और 20 घायल हुए। मेरी संवेदनाएं सभी पीड़ितों के परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं। जेलेंस्की ने अन्य हमलों की जानकारी देते हुए बताया कि ओडेसा में एक ऊर्जा केंद्र पर हमला हुआ, जो अजरबैजान की कंपनी का है। रूस जानबूझकर लोगों, खासकर बच्चों को मार रहा है। पुतिन दबाव बनाए रखने और कूटनीतिक प्रयासों को कमजोर करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसलिए हमें मदद चाहिए ताकि ये हमले रुकें। रूस को युद्ध के लिए पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए। युद्ध को समाप्त करना होगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की सोमवार को शीर्ष यूरोपीय नेताओं से मिले समर्थन के बाद व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। बैठक की पूर्व संध्या पर ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा कि कल व्हाइट हाउस में एक बड़ा दिन है। इतने सारे यूरोपीय नेता एक साथ कभी नहीं मिले। उनकी मेजबानी करना मेरे लिए सम्मान की बात है।
ये भी पढ़ें: युद्ध तो खत्म करना ही होगा… US पहुंचे राष्ट्रपति जेलेंस्की, जंग को लेकर ट्रंप के साथ होगी अहम बैठक
रूस-यूक्रेन युद्ध फरवरी 2014 में शुरू हुआ और अभी भी जारी है। यूक्रेन की गरिमापूर्ण क्रांति के बाद, रूस ने क्रीमिया पर कब्ज़ा कर उसे यूक्रेन से अलग कर लिया। इसके बाद उसने रूसी अर्धसैनिक बलों का समर्थन किया, जिन्होंने पूर्वी डोनबास क्षेत्र में यूक्रेन की सेना के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया। 2018 में यूक्रेन ने इस क्षेत्र को रूस के कब्जे में घोषित कर दिया। फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण किया और देश के अधिक हिस्से पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा संघर्ष शुरू हो गया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप शरणार्थी संकट और लाखों लोगों की मौत हुई है।