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Russia-Ukraine War: अलास्का से लेकर वाशिंगटन तक शांति वर्ताओं का दौर चला लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष पर विराम नहीं लग सका। एक ओर दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता युद्ध को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं यूक्रेनी वायु सेना ने दावा किया है कि रूस ने साल का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है।
यूक्रेन ने दावा कि रूस ने उसके ऊपर गुरुवार को इस साल का तीसरा सबसे बड़ा अटैक किया है। इस हमले में रूस ने 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं गईं। जिससे शांति प्रयासों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। साथ ही ट्रंप के लिए एक मैसेज भी है कि पुतिन अपने अलावा किसी की नहीं सुनते।
पिछले कुछ हफ्तों में रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए दो बड़ी बैठकें हुई हैं। पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी यूरोपीय नेताओं के साथ वाशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात की।
इन शांति वार्ताओं और बैठकों के बावजूद, जमीनी स्तर पर कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि मॉस्को की ओर से अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि वे युद्ध समाप्त करने के लिए तैयार हैं और उनके बीच कोई ठोस बातचीत चल रही है।
यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, गुरुवार को हुए इस बड़े हमले में ज्यादातर निशाने पश्चिमी यूक्रेन में थे। इन हमलों में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हुई है और 15 अन्य घायल हो गए। यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने दावा किया कि रूस ने पश्चिमी यूक्रेन में एक ‘प्रमुख अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता’ पर हमला किया। कहा जा रहा है कि रूस ने यह हमला इसलिए किया क्योंकि यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगी यहां सैन्य सहायता प्रदान करते हैं।
यह हमला जून में हुए एक बड़े हमले का बदला माना जा रहा है, जब यूक्रेन के विशेष बलों ने रूसी हवाई ठिकानों पर हमला किया था और 41 रूसी बमवर्षक विमानों को नष्ट कर दिया था। उस हमले में रूस के बमवर्षक बेड़े का 30% से ज़्यादा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
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आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो गुरुवार का हमला ड्रोन की संख्या के आधार पर इस साल का तीसरा सबसे बड़ा हवाई हमला था, और मिसाइलों की संख्या के आधार पर आठवां सबसे बड़ा। यह हमला एक बार फिर दिखाता है कि जब तक दोनों पक्ष बातचीत और कार्रवाई के बीच संतुलन नहीं है।