सांकेतिक तस्वीर
Pakistani Teen Stabbing Schoolmate: ब्रिटेन के उत्तरी इंग्लैंड स्थित शेफील्ड में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने वहां की स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया। यहां 15 वर्षीय छात्र हार्वे विलगूज की चाकू से हत्या करने के मामले में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक, 15 वर्षीय मोहम्मद उमर खान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
न्यायमूर्ति नाओमी एलेनबोगेन द्वारा उसकी पहचान उजागर करने पर से प्रतिबंध हटाए जाने के बाद साउथ यॉर्कशायर पुलिस ने उसका नाम सार्वजनिक किया। अदालत ने आदेश दिया कि पैरोल पर विचार करने से पहले खान को कम से कम 16 वर्ष जेल में रहना होगा। इस घटना ने पूरे ब्रिटेन में एक डर का माहौल पैदा कर दिया है।
साउथ यॉर्कशायर पुलिस के वरिष्ठ जांच अधिकारी, डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर एंडी नोल्स ने बताया कि मुकदमे के दौरान यह बात सामने आई कि मोहम्मद उमर खान को यह गलतफहमी थी कि चाकू रखना उसे सुरक्षा देगा या समाज में उसका रुतबा बढ़ाएगा। इसी सोच ने अंततः एक निर्दोष जीवन की बलि ले ली।
यह घटना 3 फरवरी की दोपहर शेफील्ड के ऑल सेंट्स कैथोलिक हाई स्कूल में हुई, जब पुलिस को स्कूल परिसर में चाकूबाजी की खबर मिली। मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने गंभीर रूप से घायल हार्वे विलगूज को पाया, जिसकी बाद में मौत हो गई। उसी समय मोहम्मद उमर खान को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया गया था।
अदालत में सुनवाई के दौरान खुलासा हुआ कि वारदात से करीब एक हफ्ते पहले दोनों छात्रों के बीच स्कूल में किसी मामूली झगड़े को लेकर विवाद हुआ था, जो धीरे-धीरे गंभीर रूप ले गया। यह मुकदमा छह हफ्तों तक चला, जिसमें अभियोजन पक्ष ने ठोस सबूत पेश किए। हालांकि उमर खान ने हत्या के आरोप से इनकार किया, लेकिन अदालत ने अगस्त में उसे दोषी करार दिया।
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इस मामले ने ब्रिटेन में किशोर अपराध, स्कूलों में हिंसा और चाकू रखने की बढ़ती प्रवृत्ति पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। पुलिस और न्यायालय ने इसे समाज के लिए एक चेतावनी बताते हुए कहा है कि ऐसे मामलों से युवाओं को सबक लेना चाहिए।