OIC बैठक का एक तस्वीर, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: पहलगाम हमले के बाद से भारत का मूड देखकर पाकिस्तान बेचैन हो गया। पाक को पल-पल ये डर सता रहा है कि कहीं भारत हमला न कर दे। इसको लेकर पाकिस्तान अब मुस्लिम देशों से समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 57 देशों के संगठन OIC (ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन) ने पाकिस्तान को समर्थन देने कि बात कही है। हाल ही में पाकिस्तान ने OIC को दक्षिण एशिया के मौजूदा हालात से अवगत कराया था, जिसमें भारत की तरफ से हो रही कार्रवाई को क्षेत्रीय शांति के लिए एक गंभीर खतरा बताया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, OIC के राजदूतों ने पाकिस्तान और उसके लोगों के साथ अपनी एकजुटता और पूरी तरह से समर्थन व्यक्त किया है। उन्होंने कूटनीतिक संवाद के माध्यम से तनाव को कम करने और क्षेत्रीय तनाव के मूल कारणों को पहचानने की अपील की है। इस दौरान, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर विवाद का उल्लेख मुख्य रूप से किया गया है। पाकिस्तान के राजदूतों ने कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और OIC के प्रस्तावों का समर्थन किया है।
पाकिस्तान ने न्यूयॉर्क में आयोजित OIC (ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन) के राजदूतों की बैठक में दक्षिण एशिया के मुद्दे पर अपनी बात को रखी। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत आसिम इफ्तिखार अहमद द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि भारत द्वारा उठाए गए कदम ‘उत्तेजक, राजनीतिक दृष्टि से प्रेरित और गैर-जिम्मेदाराना’ थे। उन्होंने OIC के सदस्य देशों से भारत के इस रुख और उसके संभावित परिणामों पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
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पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करते हुए यह सुनिश्चित किया कि भारत के किसी भी आक्रामक कार्रवाई का उपयुक्त जवाब दिया जाएगा। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण यह बैठक हुई। यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी।