पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Pakistan Defence Minister Statement: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने एक टीवी इंटरव्यू में ऐसा बयान दिया जिसने देश की सच्चाई फिर उजागर कर दी। उन्होंने रिश्वतखोरी से जुड़ा मामला उठाते हुए कहा कि अगर उन्हें कभी रिश्वत लेनी भी पड़ी तो वह काम वे बंद कमरे में लेंगे, न कि सबके सामने। साथ ही उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह तो दिनदहाड़े इजरायल से रिश्वत लेता है।
पाकिस्तानी टीवी चैनल जियो न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि अमेरिकी नेता इजरायल से बेझिझक रिश्वत लेते हैं, लेकिन दुनिया पाकिस्तान को रिश्वतखोर बताकर उसकी छवि खराब करती है।
आसिफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि इजरायली लॉबी अमेरिकी नेताओं को फाइनेंस करती है। हमारी बदनामी ऐसी है कि हम किसी से भी पैसे ले लेते हैं, लेकिन वे तो दिनदहाड़े पैसे लेते हैं मैं तो इन्हें लेकर भी पिछली कमरे में ले जाऊंगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की नौकरशाही और रक्षा संस्थान खुलेआम इजरायली लॉबी से फंडिंग पाते हैं और वे सभी असल में पेरोल पर हैं। “हम तो यूं ही बदनाम हैं,” उन्होंने जोड़ा, “कम से कम मैं चोरी भी चुपके से करूंगा ताकि शाहबजाते जैसे एंकर कार्यक्रम न बना दें।”
यह भी पढ़ें:- आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन… रूस से तेल खरीदने पर भुगतना होगा गंभीर परिणाम, टेंशन में यूरोप
जब एक टीवी एंकर ने मुस्कुराकर उन्हें चेतावनी दी कि यह क्लिप वायरल हो जाएगी, तो आसिफ ने कहा, “हो जाने दो वायरल हो ही जाएगा।” यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय संबंधों तक व्यापक बहस पैदा कर चुका है।
“We are being defamed for taking bribes. American politicians accept bribes from Israel openly. If I have to take bribes, I will do it in a backroom somewhere,” says Pakistan’s Defence Minister Khwaja Asif in a bizarre admission pic.twitter.com/4oasL9xHv3
— Shashank Mattoo (@MattooShashank) September 17, 2025
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने विपक्ष के भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों का जवाब देते हुए कड़ा रुख अपनाया। विपक्षी दलों, खासकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सरकार पर विदेशी ताकतों से फंडिंग लेने का आरोप लगाया था। आसिफ ने इन दावों को नकारते हुए अमेरिका का उदाहरण दिया। उनका यह बयान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तेजी से वायरल हो गया। कई यूजर्स ने इसे “अजीबोगरीब कबूलनामा” बताया तो कुछ ने इसे पाक राजनीति की सच्चाई करार दिया। इसके साथ ही आसिफ ने नाटो की तर्ज पर इस्लामिक देशों का एक साझा गठबंधन खड़ा करने की भी वकालत की।